मोदी हटाओ, देश बचाओ पोस्टर अभियान की शुरूआत

आम आदमी पार्टी ने देशभर में शुरु की प्रचार-प्रसार गतिविधियां

जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को देशभर में मोदी हटाओ देश बचाओ अभियान की शुरूआत की। राजस्थान (Jaipur) में भी आम आदमी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नवीन पालीवाल ने मोदी हटाओ देश बचाओ अभियान का आगाज किया। इस दौरान उन्होंने मोदी हटाओ देश बचाओ पोस्टर का भी विमोचन किया। आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में हमारे स्वतंत्रता सेनानी हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूम रहे थे। उनका सपना था कि जिस दिन हमारा देश आजाद होगा, अशिक्षा दूर होगी और भारत एक शिक्षित राष्ट्र बनेगा। देश के लोग इलाज के लिए नहीं भटकेंगे, नौजवानों को रोजगार मिलेगा, किसानों को फसल का उचित दाम मिलेगा। मोदी के रहते यह सपना पूरा नहीं हो सकता। जब अंग्रेजों की हुकूमत थी, उस समय कोई पर्चा नहीं बांट सकता था, पेपर नहीं निकाल सकता था।

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भारत की आजादी के वीरों की आवाज को कुचलने के लिए उसी समय अंग्रेजों ने कानून बनाएं। आज फिर उन्हीं कानूनों का सहारा लेकर देश की आवाज को कुचला जा रहा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर मोदी हटाओ, देश बचाओह् (Modi Hatao, Desh Bachao) का पोस्टर लगा और हुकूमत थर्रा गई। अंग्रेजों के राज में भी कभी एक पोस्टर और एक पर्चे के लिए 138 एफआईआर नहीं हुई थी। आज 30 मार्च को देश के कोने-कोने में मोदी हटाओ, देश बचाओ का पोस्टर लगाए गए। देखते हैं कि उनकी एफआईआर, पुलिस और जेल में कितनी ताकत है। जब चप्पे-चप्पे पर मोदी हटाओ, देश बचाओ के पोस्टर लगेंगे, जेलें भर जाएगी। मगर मां भारती को बचाने के लिए सीना और हाथ कम नहीं होंगे।

पालीवाल ने कहा कि आज हम मोदी हटाने की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आज देश में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है, विपक्ष की आवाज को कुचलने के लिए फर्जी मुकदमों में फंसाने की कोशिश की जा रही है। देश के किसानों के ऊपर जबरदस्ती तीन काले कानून लगाए गए, किसानों ने एक साल आंदोलन किया। सरकार ने उनसे वादा किया कि देश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानून का दर्जा देंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ। देश के छात्रों की आवाज को देशद्रोही-आतंकवादी कहकर कुचला जा रहा है। देश में मजदूर दयनीय जिंदगी जीने को मजबूर हैं।

भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने असेंबली में बम इसलिए फेंका था कि मजदूरों के खिलाफ सेफ्टी बिल लाया जा रहा था। आज मजदूरों के सारे कानून और अधिकारों को खत्म कर केवल चार कानून में समेट दिया है। जहां-जहां प्रधानमंत्री मोदी गए, वहां-वहां अडानी का साम्राज्य विकसित करते रहे। जब तक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहेंगे, क्या मोदी जी अडानी की जांच करा सकते हैं? स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा हमें भी ताकत दे कि हम इस तानाशाही सरकार से लड़ सके और देश की विरासत को बचाने में कामयाब हो।

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