18 साल बाद जुलाई में हुई सर्वाधिक बारिश

the highest rainfall sachkahoon

देरी से आकर भी उम्मीदों से भी पार पहुँचा मॉनसून

सच कहूँ/संदीप सिंहमार, हिसार। संपूर्ण उत्तर भारत सहित हरियाणा में भी मॉनसून इस बार बेशक 15 साल बाद जुलाई माह में देरी से पहुंचा हो लेकिन देरी से आने वाली मॉनसून की बरसात ने अपना 18 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारत मौसम विभाग व हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय कृषि मौसम विभाग की वेधशाला में दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार जुलाई माह में अब तक 260 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, इतना ही नहीं वर्तमान में भी विभिन्न क्षेत्रों में बारिश जारी है। भारत मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों तक भी हरियाणा सहित उत्तर भारत में बारिश होने की संभावना जताई है।

भारत मौसम विभाग के अनुसार जुलाई 2021 से पहले जुलाई 2003 में 407.9 मिलीमीटर बारिश हुई थी। 2020 में जुलाई माह में 213. 7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। पिछले 36 घंटों के दौरान हुई बारिश पर नजर दौड़ाई जाए तो अभी तक क्षेत्र में 114.6 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। वहीं 24 घंटों में 80.5 मिली मीटर बारिश हो चुकी है। इससे पहले वर्ष 2010 में जुलाई महीने में एक ही दिन में हुई सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। पिछले 24 घंटों की बारिश से 2010 का रिकॉर्ड भी टूट गया है। समाचार लिखे जाने तक भी मॉनसून की बौछारें लगातार जारी चल रही थी।

ज्ञात रहे कि मॉनसून टर्फ सामान्य स्थिति में आने की वजह से हरियाणा राज्य में 27 जुलाई से मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में पिछले 4 दिनों से बारिश हो रही है। हरियाणा राज्य के अंबाला में फरीदाबाद जिलों को छोड़कर सभी जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है।

3 अगस्त तक सक्रिय रहेगा मानसून

बंगाल की खाड़ी में बने गहरे कम दबाव का क्षेत्र बनने व मॉनसून टर्फ सामान्य स्थिति में रहने के कारण मॉनसून की सक्रियता हरियाणा राज्य में 3 अगस्त तक बने रहने की संभावना है। इस दौरान राज्य के ज्यादातर हिस्सों में तेज हवा व गरज़-चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना बनी रहेगी।

मदन लाल खिचड़
विभागाध्यक्ष
कृषि मौसम विज्ञान विभाग
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार।