Akhand Sumiran: अखंड सुमिरन मुकाबले में प्रथम रहा ब्लॉक अंबाला सिटी

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Akhand Sumiran: अखंड सुमिरन मुकाबले में प्रथम रहा ब्लॉक टोहाना

1 सितंबर से 30 सितंबर 2024 तक अखंड सुमिरन मुकाबला

  • दूसरे स्थान पर रतिया और कल्यानगर ने पाया तीसरा स्थान

सरसा (सच कहूँ न्यूज)। Akhand Sumiran: डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत के बीच निरंतर चल रहे अंखड सुमिरन मुकाबले में इस बार 1 सितंबर से 30 सितंबर 2024 के बीच दुनियाभर के 488 ब्लॉकों के 2,19,812 सेवादारों ने 35,24,225 घंटे रामनाम का जाप कर सृष्टि की भलाई और सुख शांति के लिए सच्चे सतगुरु से अरदास की। अखंड सुमिरन मुकाबले में विजेता की बात करें तो एक बार फिर हरियाणा का अंबाला सिटी ब्लॉक प्रथम रहा।

इस ब्लॉक के 7689 सेवादारों ने 1,98,442 घंटे सुमिरन किया है। जबकि दूसरा और तीसरी स्थान भी हरियाणा के ही ब्लॉकों ने हासिल किया। जिसमें फतेहाबाद जिले के रतिया ब्लॉक के 3651 डेरा श्रद्धालुओं ने 1,96,482 घंटे अंखड सुमिरन कर दूसरा और टोहाना ब्लॉक के 76123 सेवादारों ने 1,50,413 घंटे रामनाम का जाप कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। टॉप-10 सूची में 5 ब्लॉक हरियाणा और 5 ब्लॉक पंजाब के शामिल हैं। Akhand Sumiran

टॉप टेन ब्लॉक

1. अंबाला सिटी 7689 198442
2. रतिया 3651 196482
3. टोहाना 76123 150413
4. बहादुरगढ़ 800 129000
5. कल्याणनगर 23858 124106
6. संगरूर 2505 110240
7. बामना 1234 96013
8. गोबिंदगढ़ 2075 87957
9. नसीबपुरा रामा 1712 82893
10. भुच्चा मंडी 1655 75135

विदेशों में भी साध-संगत ने जपा राम-नाम | Akhand Sumiran

डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे अंखड सुमिरन मुकाबले में विदेशों की साध-संगत भी बढ़ चढ़कर भाग ले रही है।
इस बार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), न्यूजीलैंड, कनाडा, दोहा कतर, इटली, साइप्रस, अमेरिका, इंग्लैंड, बहरीन, सिंगापुर, मलेशिया, सऊदी अरब, फिलीपीन, आॅस्ट्रेलिया और पुर्तगाल में 641 सेवादारों ने 16096 घंटे रामनाम का जाप किया है।

टॉप-5 राज्य

राज्य सदस्य सुमिरन (घंटों में) ब्लॉक
1. हरियाणा 136002 1266784 58
2. पंजाब 47418 1225965 90
3. उत्तर प्रदेश 14886 414407 140
4. राजस्थान 9205 246632 46
5. दिल्ली 6966 212936 37

मालिक का प्यार उसकी रहमत, इंसान पर तभी बरसती है। जब उसे दृढ़ यकीन आता है और ये सेवा-सुमिरन के बिना आ नहीं सकता। जितना संभव हो सेवा करो, सुमिरन करो तभी आप मालिक सतगुरु की दया मेहर के लायक बन सकते हैं। चलते, बैठते, काम-धंधा करते हुए भी जो सुमिरन किया जाता है वो इस कलियुग में मंजूर होगा। इसलिए आप अपनी भावना को शुद्ध करते हुए दृढ़ यकीन के साथ आगे बढ़ते जाएं सेवा-सुमिरन करते जाएं तो मालिक की खुशियों के हकदार आप जरूर बनेंगे।
                                                                           -पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां