कल अकेले शपथ लेंगे गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, जाने कौन है भूपेन्द्र पटेल

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 मंत्रियों का चयन बाद में

गांधीनगर (एजेंसी)। गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल कल राज्य के 17 वें मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। सत्तारूढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल ने पटेल के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पटेल कल अकेले ही शपथ लेंगे। पार्टी संगठन के साथ चर्चा के बाद उसके अगले एक-दो दिन में मंत्रियों के नामों की घोषणा होगी। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि अभी उपमुख्यमंत्री पद के लिए कोई चर्चा नहीं हुई है। इससे पहले पटेल ने मुख्यमंत्री पद का दायित्व देने और उन पर विश्वास जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने श्री पाटिल, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी तथा श्रीमती आनंदीबेन पटेल के प्रति भी आभार जताया।

पटेल ने कहा कि उन पर जताए गए विश्वास को बनाए रखते हुए वह विकास के बाकी काम आगे बढ़ायेंगे। और इस के लिए संगठन को साथ लेकर चलेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने के बारे में पहले से कुछ अंदेशा था, पटेल ने कहा कि पहले से बताना भाजपा की पद्धति नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल चुनावलक्षी काम करने वाली पार्टी नहीं है बल्कि इसके कार्यकर्ता हमेशा जनता के बीच रह कर काम करते रहे हैं और रहेंगे। वह आज शाम राजभवन जाकर राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिल सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और कल शपथ ग्रहण करेंगे।

विजय रूपाणी ने अचानक दिया था इस्तीफा

ज्ञातव्य है कि गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद आज जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी और अटकलबाजियों के बीच भूपेन्द्र रजनीकांत पटेल को उनका उत्तराधिकारी चुन लिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल के करीबी 59 वर्षीय श्री पटेल वर्ष 2017 के पिछले चुनाव में ही पहली बार विधायक चुने गए थे। वह श्रीमती पटेल के विधानसभा क्षेत्र अहमदाबाद के घाटलोडिया से एक लाख से अधिक वोटों से जीते थे। घाटलोडिया पटेल के स्वजातीय पाटीदार समुदाय की बहुलता वाला विधानसभा क्षेत्र है। वह मूल रूप से अहमदाबाद के ही रहने वाले है। उनके नाम की घोषणा से एक बार फिर भाजपा का सबको चौकाने वाला निर्णय सामने आया है। हालांकि पूर्व की अटकलों के अनुरूप पटेल पाटीदार समुदाय से ही आते हैं पर उनके नाम की दूर-दूर तक कोई चर्चा नहीं थी।

भूपेन्द्र पटेल हैं पेशे से बिल्डर

राजनीतिक गहमागहमी और अटकलबाजियों के बीच कई बड़े नामों को पीछे छोड़ अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के नए मुख्यमंत्री चुने गए भूपेन्द्र रजनीकांत पटेल पिछले चुनाव में जीत के बाद पहली बार ही विधान सभा में पहुंचे थे। भाजपा आलाकमान के चौकाने वाले फैसले के बाद कई दिग्गज नामों की चर्चा के बीच ‘काले घोड़े’ बन कर राज्य के 17 वे मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे मृदुभाषी पटेल राज्य में दबंग माने जाने वाले पाटीदार समुदाय के एक जाने माने नाम हैं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री और अब उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है। उन्होंने 2017 के पिछले चुनाव में पाटीदार बहुल अहमदाबाद की उसी घाटलोडिया सीट से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था, जिस पर पहले श्रीमती पटेल लड़ती थीं। वह एक लाख से अधिक मतों के विशाल अंतर से जीते थे।

पटेल का जन्म अहमदाबाद में 15 जुलाई 1962 को हुआ था

पेशे से बिल्डर पटेल का जन्म अहमदाबाद में 15 जुलाई 1962 को हुआ था। वह गुजरात की राजनीति में निर्णायक माने जाने वाले समुदायों में से एक पाटीदार समुदाय की कई बड़ी संस्थाओं से जुड़े रहे हैं। श्री पटेल उस सरदारधाम ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं जिसके भवन का उद्घाटन अहमदाबाद में आॅनलाइन कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। उसी कार्यक्रम के बाद रूपाणी ने अचानक इस्तीफा दे दिया था। वह ऐसी एक अन्य संस्था विश्व उमिया फाउंडेशन की स्थायी समिति के भी अध्यक्ष हैं। विधायक चुने के बाद उन्हें अहमदाबाद शहरी विकास सत्तामंडल (औडा) का अध्यक्ष भी बनाया गया था। उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा भी हासिल किया था।

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