विधानसभा चुनाव : तृणमूल कांग्रेस नेता के घर मिली ईवीएम, मचा हड़कंप

EVM

पांच राज्यों में 232 सीटों पर मतदान जारी

नई दिल्ली (एजेंसी)। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंगलवार सुबह तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम, केरल और पुड्डुचेरी में मतदान शुरू हो गया है। तमिलनाडु में सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 232 सीटों पर मतदान शुरू हो गया। मतदान के शुरू होते ही भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो गया। तृणमूल कांग्रेस ने पोलिंग बूथ पर वोटरों को परेशान करने का आरोप लगाया है, तो भाजपा नेता का आरोप है कि एक ईवीएम टीएमसी नेता के घर के बाहर मिला है।

दरअसल उलूबेरिया उत्तर से भाजपा प्रत्याशी चिरन बेरा ने आरोप लगाया कि मतदान से पहले की रात तृणमूल कांग्रेस नेता गौतम घोष के घर से ईवीएम और वीवीपैट की मशीनें मिली हैं। भाजपा नेता ने तृणमूल पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। तृणमूल कांग्रेस नेता के घर के पास ईवीएम मिलने के बाद चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है। यहां एक सेक्टर आॅफिसर को सस्पेंड किया गया है। चुनाव आयोग का कहना है कि ये एक रिजर्व ईवीएम था, जिसका वोटिंग में इस्तेमाल नहीं हो रहा था। चुनाव आयोग का कहना है कि सेक्टर आॅफिसर तपन सरकार ईवीएम के साथ अपने रिश्तेदार के घर सोने गए थे, जो नियमों का उल्लंघन है।

तमिलनाडु में सुबह सात बजे शुरू हुए विधानसभा चुनाव में अभिनेता रजनीकांत, अभिनेता अजित, राजनीतिज्ञ और मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) संस्थापक कमल हासन, उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम, विपक्षी द्रमुक के अध्यक्ष एम के स्टालिन और तेलंगाना, पुड्डुचेरी की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने सहित अन्य नेताओं ने मतदान किया। कांग्रेस नेता पी. चिंदबरम ने कंदनूर विधानसभा में मतदान किया। तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है जबकि प्रमुख विपक्षी द्रमुक के साथ मिलकर कांग्रेस चुनाव में है। क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रहीं राष्ट्रीय पार्टियों के लिए इस राज्य का चुनाव भी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है।

केरल में सुबह मतदान केन्द्रों पर लोग अपनी पारी का इंतजार करते देखे गए। यहां 27 लाख मतदाता हैं। यहां की 140 सीटों पर सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के बीच कड़ा मुकाबला है। पुड्डुचेरी के 30 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 324 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं तथा वहां भी भाजपा नीत मोर्चा का कांग्रेस नीत गठबंधन से मुकाबला है। असम में 126 विधानसभा सीटें हैं। पिछले चुनाव में भाजपा 89 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 60 सीटें जीती थीं। असम गण परिषद ने 30 सीटों पर चुनाव लड़कर 14 सीटें और बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट ने 13 सीटों पर चुनाव लड़कर 12 जीती थीं। कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और सिर्फ 26 सीटों पर कब्जा किया था। यहां बहुमत के लिए 64 सीटें चाहिए।

पुड्डुचेरी एक केंद्र शासित प्रदेश है और यहां विधानसभा की कुल 30 सीटें हैं। कुछ दिन पहले ही यहां वी नारायणसामी नीत कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन की सरकार गिर गई थी। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 15 सीटें जीती थीं। आॅल इंडिया एन आर कांग्रेस ने 30 सीटों पर चुनाव लड़कर सिर्फ आठ सीटें जीती थीं। निर्दलीय एवं अन्य के खातों में सात सीटें गई। यहां बहुमत के लिए 16 सीटें चाहिए। केरल में विधानसभा की 140 सीटें हैं। वर्तमान में यहां मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नेता पिनारायी विजयन के नेतृत्व वाले वाम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार है। पिछले चुनाव में एलडीएफ को 91 और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को 47 सीटें मिली थीं। यहां बहुमत के लिए 71 सीटें चाहिए। चारों राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में एक साथ दो मई को वोटों की गिनती होगी।

 

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