शरीरदान करके अमर हो गए पुरुषोत्तम धमीजा

पार्थिव शरीर मेडिकल इंस्टीच्यूट आॅफ कॉलेज झज्जर को दिया दान

  • हजारों की संंख्या में पहुंचकर साध-संगत ने दी अंतिम विदाई

फतेहाबाद (विनोद शर्मा)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा चलाई जा रही अमर सेवा व नेत्रदान मुहिम के तहत फतेहाबाद आर्य भट्ट स्कूल वाली गली आरके कालोनी निवासी पुरुषोतम धमीजा (रिटायर्ड बिजली विभाग) का पार्थिक शरीर मेडिकल कॉलेज शोध के लिए दान किया गया। शरीरदानी के पुत्र अजय धमीजा, दीपक धमीजा ने बताया कि बीती रात उसके पिता पुरुषोतम धमीजा का निधन हो गया। उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए परिजनों एवं साध-संगत से विचार-विमर्श करके उनका शरीर मेडिकल शोध के लिए भेजा गया।

धमीजा ने पूज्य गुरुजी की पावन शिक्षा का अनुसरण करते हुए जीते जी शरीरदान का प्रण किया हुआ था। ज्ञात रहे कि पुरुषोतम धमीजा अपने पीछे पूरा भरा पूरा परिवार छोड़कर गया है। जानकारी के अनुसार उनके बेटे अजय धमीजा ने बताया कि बीती रात उनके पिता पुरुषोतम धमीजा का निधन हो गया। उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए उनका शरीर उनका पार्थिव शरीर मेडिकल इंस्टीच्यूट आॅफ कॉलेज झज्जर को दान किया। इस मौके पर फतेहाबाद की समूह साध-संगत ने पहुंचकर दिवंगत आत्मा को अपनी सच्ची श्रद्धांजलि दी। फूलों से सजी एंबुलैंस में उनको अंतिम विदाई दी गई। इस मौेके पर साध-संगत ने पवित्र नारा एवं अरदास बोलकर शव यात्रा शहर की प्रमुख सड़कों से निकालकर अंतिम विदाई दी।

बहुओ ने दिया अर्थी को कंधा

पूज्य गुरुजी द्वारा चलाई गई बेटा-बेटी एक समान मुहिम के तहत एक उनकी पुत्रवधुओं ने ससुर पुरुषोतम धमीजा की अर्थी को कंधा दिया। बहुओं किरण इन्सां, रीतू इन्सां, पोतियां कायना, कृपा इन्सां, शौर्य व गुरब्लैस ने अंतिम यात्रा को कंधा देकर समाज को बेटा-बेटी एक समान का संदेश दिया। जिसकी समाज के गणमान्य लोगों ने सराहना की। अंतिम यात्रा के दौरान पार्थिव देह को फूलो से सजी एंबुलैंस में विदा किया गया।

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