गांव घेसपुर में सुषमा देवी बनी पहली शरीरदानी

लेके कहां कुछ वापिस जाना ये शरीर भी यहां दान है…

  • डेरा सच्चा सौदा की अमर सेवा मुहीम सराहनीय: सरपंच कृष्णा देवी

यमुनानगर। (सच कहूँ/लाजपतराय) रादौर उपमंडल के गांव घेसपुर की गलियों में गूजें ‘सुषमा देवी इन्सां अमर रहें’, ‘सुषमा देवी इन्सां अमर रहे’ के नारे। मौका था डेरा सच्चा सौदा श्रद्धालु गांव घेसपुर निवासी सुषमा देवी इन्सां (65) वीरवार को अपनी स्वांसों रूपी पूंजी पूरी कर मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजी। उनकी अन्तिम इच्छा थी कि मरणोंपरात उनके शरीर को मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा एंव शोध कार्यों हेतू दान किया जाए। जिसके लिए उन्होंने जीते जी प्रण लिया हुआ था। सुषमा देवी इन्सां के इसी संकल्प को पूरा करते हुए उनके परिजनों ने उनकी मृतक देह को चिकित्सा एंव शोध कार्यों के लिए रमा मेडिकल कॉलेज एंव रिसर्च सेंटर हापुड, यूपी को दान किया गया। सुषमा देवी इन्सां की मृतक देह की विदाई से पूर्व उनकी अर्थी व एंबूलेंस को फूलों व गुब्बारों से सजाया गया।

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योद्धा महिला सेवादार ने मरणोपंरात शरीरदान कर किया महान कार्य

अर्थी को कंधा देने से पूर्व सभी सेवादारों ने मिलकर अरदास व विनती का भजन बोला। इसके उपरांत डेरा सच्चा सौदा की बेटा-बेटी एक समान मुहिम के तहत सुषमा देवी इन्सां की दोनों बेटियों सविता इन्सां, रीटा इन्सां व उसकी देवरानी चलती इन्सां व दोहती तन्नू इन्सां ने उनकी अर्थी को कंधा देकर फूलों व गुबारों से सजी एंबूलेंस में ले जाया गया। जिसमें सुषमा देवी इन्सां की मृतक देह को मेडिकल रिसर्च के लिए ले जाया गया।

वहीं सुषमा देवी इन्सां के मेडिकल रिसर्च के लिए मृतक देह विदाई समारोह में पहुंचे शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर विंग के सेवादार भाई बहनों ने सुषमा देवी इन्सां अमर रहे के नारों से गांव की गलियों को गुंजायमान कर दिया। सुषमा देवी इन्सां के इस कार्य को लेकर जहां ग्रामीण आश्चार्य चकित थे वहीं खुश भी थे कि उनके गांव से पहली बार किसी योद्धा महिला सेवादार ने महान कार्य किया हैं जिसकी दान की गई मृतक देह पर मेडिकल के छात्र शोध कर डॉक्टर बन सकेगें और मानवता का भला कर सकेंगे। धन्य हो सुषमा देवी इन्सां।

अमर हो गई सुषमा देवी इन्सां: सरपंच

गांव घेसपुर की सरंपच कृष्णा देवी ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा की सराहनीय मुहिम हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने गांव ही नहीं बल्कि क्षेत्र में भी ऐसा पहली बार देखा कि किसी ने मरणोंपरांत शरीर दान किया। और वो भी किसी महिला ने, ये पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम रहीम सिंह जी इन्सां की बहुत ही अच्छी प्रेरणा है, जिससे मृतक व्यक्ति के अंग भी किसी जरूरतमंद के काम आऐंगे। सुषमा देवी मरी नहीं बल्कि वह अमर हो गई हैं।

कर्मठ सेवादार थी सुषमा देवी इन्सां: धमेन्द्र इन्सां

ब्लाक प्रेमी सेवादार धमेंद्र इन्सां ने बताया कि सुषमा देवी इन्सां बहुत ही कर्मठ सेवादार थी, जो हमेशा कार्यों में अग्रणी रहती थी। जो करीब 35 वर्षों से डेरा सच्चा सौदा की सेवादार थी ओर अपने मुर्शिद के प्रति सर्मिपत थी। उन्हें जो भी सेवा कार्य मिलता वह उसे हमेशा दिल से करती थी। उन्होंने बताया कि सुषमा देवी इन्सां करीब छ: माह से बीमार चल रही थी वीरवार सुबह ही उन्होंने अन्तिम सांस ली। पूज्य गरु जी के चरणों में अर्ज है कि सुषमा देवी इन्सां की आत्मा को अपने चरणों से लगाए रखना जी। इस मौके पर शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग सेवादार, ग्रामीण व सगे सम्बधियों ने सुषमा देवी इन्सां की मृतक देह को नम आंखों से विदाई दी।

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