हरियाणा में भ्रष्टाचार के आरोपित अफसरों पर दर्ज होंगे केस, जांच रिपोर्ट में रिकवरी की सिफारिश

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चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा में भ्रष्टाचार रोकने के लिए प्रदेश सरकार नित नए कदम उठा रही है। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस की कड़ी में राज्य चौकसी ब्यूरो ने भ्रष्टाचार से जुड़े 15 मामलों में जांच पूरी कर अंतिम रिपोर्ट सरकार को भेज दी है। इसके अलावा दो नई जांच शुरू की गई हैं। जांच रिपोर्ट में आरोपित अफसरों के खिलाफ केस दर्ज करने और रकम की रिकवरी करने की सिफारिश की गई है।

चौकसी ब्यूरो ने चार जांचों में चार राजपत्रित अधिकारियों, सात अराजपत्रित अधिकारियों तथा सात प्राइवेट व्यक्तियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की है। दो मामलों में दो अराजपत्रित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा की गई है। इसके अलावा एक अन्य मामले में एक राजपत्रित व एक अराजपत्रित अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई व आपराधिक मुकदमा दर्ज करने तथा दो प्राइवेट व्यक्तियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की गई है।

ब्यूरो द्वारा तीन विशेष चेंकिग और तकनीकी जांच की रिपोर्ट भी सरकार को भेजी है। इनमें दो कार्यों में तीन राजपत्रित अधिकारियों, दो अराजपत्रित अधिकारियों तथा संबंधित एजेंसी से 16 लाख 84 हजार 573 रुपये वसूलने की सिफारिश की गई है। जिन 12 अधिकारियों, कर्मचारियों व उनके सहयोगियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर मामले दर्ज किए गए, उनमें नगर निगम फरीदाबाद के अधीक्षक अभियंता रवि शर्मा व लेखाकार रवि शंकर भी शामिल हैं। उनसे रिश्वत के एक लाख 40 हजार रुपये बरामद हुए।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग फरीदाबाद के वजन एवं मापन अनुभाग के निरीक्षक राजबीर सिंह को 60 हजार रुपये, केंद्रीय सहकारी बैंक बाटा, पलवल के शाखा प्रबंधक उजेंद्र सिंह को 25 हजार रुपये, दक्षिण हरियणा बिजली वितरण निगम छैंसा, फरीदाबाद के लाइन मैन मान सिंह को 26 हजार रुपये, हरियाणा परिवहन जींद के नाजर श्रीभगवान को 10 हजार रुपये, चीका के थाना प्रबंधक निरीक्षक जयवीर को पांच हजार रुपये, दक्षिण हरियणा बिजली वितरण निगम पलवल के एएलएम हरि ओम को पांच हजार रुपये के साथ पकड़ा गया था।

इसके अलावा, गुरुग्राम नगर निगम के लिए सर्वेक्षक का कार्य कर रहे मैसर्ज याशी कंसल्टिंग सर्विस प्राईवेट लिमिटेड की अंशु पराशर को दो हजार रुपये तथा केंद्रीय थाना फरीदाबाद के उप निरीक्षक जय चंद को एक हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। इसके अलावा ब्यूरो ने शिकायत के आधार पर थाना सदर नूंह के सहायक उप-निरीक्षक महेश व एसडीएम कार्यालय रादौर के सेवानिवृत लिपिक रणजीत सिंह के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।

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