सीबीआई ने मनीष सिसोदिया समेत 13 लोगों को लुकआउट नाटिस जारी

Delhi Excise Policy Scam

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच आज सिसोदिया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है। कथित आबकारी घोटाला मामले में ये नाटिस जारी किया गया है। वहीं इस मामले में मनीष सिसोदिया की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आपकी सारी रेड फेल हो गई है। आपकी रेड में कुछ नहीं मिला। एक पैसे की हेरा फेरी नहीं हुई। अब आपने लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है, ये क्या नौटंकी है मोदी जी?

समझे, क्या होता है लुकआउट नोटिस | Manish Sisodia

दरअसल, लुकआउट नोटिस का मतलब है कि आरोपी देश छोड़ कर नहीं जा सकता है। अधिकतर तौर पर ये नोटिस तब जारी किया जाता है जब नामित व्यक्ति को लेकर डर हो कि ये फरार हो सकता है। लुकआउट सर्कुलर जारी करने के मामले में ईडी का नाम अधिकतर सामने आता है। हालांकि कानूनी तौर पर कई एजेंसी और अथॉरिटीज हैं। जिन्हें नोटिस करने का अधिकार है।

आप ने सरकारी खजाना खाली करके पार्टी की तिजोरी भरने की साजिश रची : भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी(आप) की सरकार पर आज तीखा हमला करते हुए कहा कि उसने दिल्ली को नशे में डुबोने और सरकारी खजाना खाली करके पार्टी की तिजोरी भरने की घिनौनी साजिश रची है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता एवं सांसद मनोज तिवारी ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ये आरोप लगाये। ठाकुर ने कहा कि आप का भ्रष्टाचार आज देश और दुनिया तक पहुंच रहा है। शराब घोटाले के आरोपी नंबर वन हैं, मनीष सिसोदिया है, लेकिन भ्रष्टाचार के प्रमुख अरविंद केजरीवाल हैं। शराब घोटाले के बाद मनीष सिसोदिया आज पत्रकारों के प्रश्नों के जवाब भी नहीं दे पा रहे थे।

‘घोटाले करो और उल्टे पांव वापस जाओ’ | Manish Sisodia

उन्होंने सवाल किया, ‘मनीष सिसोदिया ये बताएं कि मैन्यूफेक्चरिंग कंपनियों को खुदरा में ठेके की अनुमति नहीं होती, तो आपने क्यों दी? अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ये भी बताएं कि ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को आपने शराब बेचने का ठेका दिया या नहीं? ठाकुर ने कहा कि आप की सरकार रेवड़ी की सरकार और ‘बेवड़ी सरकार’ है। शराब माफियाओं को बगैर कैबिनेट की अनुमति के 144 करोड़ रुपये क्यों वापिस किये गये? इसमें क्या अरविंद केजरीवाल की सहमति थी, या मनीष सिसोदिया के कहने पर ये किया गया? शराब के व्यापारियों के प्रति ये इतने नरम दिल क्यों हैं? आप ने शराब के ठेकों का कमीशन दो से बढ़ाकर 12 प्रतिशत क्यों किया? सिसोदिया बताएं कि इसमें जो आरोपी हैं, उनसे उनके खुद के क्या रिश्ते हैं? उन्होंने कहा कि आप के नेता सच्चाई, जिम्मेदारी और सवालों से भागते हैं, अब ये जनता से भी दूर भागेंगे। आज जब मीडिया के मित्र इनसे सवाल पूछ रहे थे तो मनीष सिसोदिया उल्टे पांव भाग रहे थे। एक दिन जनता से बचकर भी अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को ऐसे ही भागना पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार के नए रिकॉर्ड बनाने में अरविंद केजरीवाल नंबर वन हैं। मनीष सिसोदिया का नया नाम अब है, ‘मनी श्श’। घोटाले करो और उल्टे पांव वापस जाओ।

क्या है मामला : | Manish Sisodia

आदेश गुप्ता ने कहा कि मनीष सिसोदिया जवाब दें कि क्या उन्होंने शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाने के लिए 21 ड्राई-डे की संख्या को घटाकर तीन किया? गुप्ता ने आरोप लगाया कि सिसोदिया ने बीयर के आयात शुल्क को गैरकानूनी तरीके से कम किया। दिल्ली में आवासीय परिसरों, स्कूलों के पास, मंदिरों के पास आपने शराब के ठेके खोलने की अनुमति दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में नयी शराब नीति जब बनाई गई थी, तो उसका गुणगान करते हुए मनीष सिसोदिया और केजरीवाल जी थकते नहीं थे। पिछले वर्ष 21 नवंबर को जब ये नयी नीति शुरू की तो पत्रकारों द्वारा ये पूछने पर कि आप नयी नीति क्यों ला रहे हो तो जवाब में सिसोदिया ने कहा था कि ये नीति दिल्ली में शराब के एक समान वितरण के लिए काम करेगी। मनोज तिवारी ने कहा कि आप की सरकार शराब माफियाओं के हित में काम करने के लिए प्रसिद्ध हो गई हैं। आप के नेता कहते थे कि इससे 9500 करोड़ रुपये का राजस्व आएगा, वो मात्र 1400 करोड़ रुपये प्राप्त हुआ। दिल्ली में शराब की बिक्री तो बढ़ी है, लेकिन राजस्व कम हुआ है।

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