केंद्र के हाथ खड़े, कोरोना वैक्सीन अब सीधे विदेश से मँगवाने की तैयारी

corona vaccine

 हरियाणा सरकार ने ग्लोबल टेंडर जारी करने का निर्णय लिया

  •  विज ने कहा- हरियाणा के साथ आक्सीजन आवंटन में भी भेदभाव

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। कोरोना मामले में हर मोर्चे पर निढाल हो चुकी केंद्र की मोदी सरकार ने हरियाणा को भी निराश किया है। हरियाणा में कोरोना वैक्सीन की कमी और टीका केंद्रों से निराश लौटते लोगों की दुहाई के बाद अब प्रदेश की खट्टर सरकार ने कोरोना की दवा का ग्लोबल टेंडर निकालने की क़वायद शुरू कर दी है। इस से साफ़ ज़ाहिर हो गया है कि मोदी सरकार ने इस मुसीबत की घड़ी में राज्य को उसके हालात पर छोड़ खुद ही हल निकालने के लिए बाधित कर दिया है।

कहीं से भी मिले पर वैक्सीन मिले

केंद्र द्वारा हाथ खड़े किए जाने के बाद अब प्रदेश की खट्टर सरकार ने वैक्सीन के लिए कहीं से भी किधर से भी का जुगाड़ शुरू कर दिया है। इसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने टवीट कर जानकारी देते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश की जनता के लिए वैक्सिन खरीदने के लिए ग्लोबल टैंडर जारी करेगा जोकि 18 वर्ष से अधिक के सभी लोगों को मुफ्त लगाया जाएगा। विज ने कहा कि इस टैंडर के माध्यम से विश्व में कहीं से भी अगर हमें वैक्सिन मिल जाती है तो हम अपने हरियाणा के निवासियों का जल्दी से जल्दी टीकाकरण करवा देंगे।

आक्सीजन आवंटन में भी हरियाणा के साथ केंद्र कर रहा भेदभाव

हरियाणा में ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान यह बात उठाई है कि दिल्ली में 85,000 एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या है और उन्हें 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही है और हरियाणा में 108000 एक्टिव मरीज हैं और हमें 258 मीट्रिक टन मिल रही है। विज ने कहा कि उन्होंने यह मामला उठाया है और उन्हें उम्मीद है कि हमारा कोटा बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि जो फार्मूला है उसके हिसाब से अगर हम आंकड़ा देखें और जितने हमारे पास मरीज हैं, उस हिसाब से हमें 400 मीट्रिक टन रोजाना ऑक्सीजन की जरूरत है।

गाँव में बढ़ रहे केसों को बताया स्वाभाविक, बढ़ते केसों की रिपोर्टिंग को बताया दुष्प्रचार

वहीं विज में गांव में कोरोना के केस बढ़ने पर दावा किया कि यह दुष्प्रचार है और आज की तारीख में जितने हरियाणा में कोरोना के एक्टिव पेशेंट हैं, उसमें 62 प्रतिशत शहर के हैं और 38 प्रतिशत गांव के हैं, जोकि एक स्वाभाविक सी बात है। लेकिन फिर भी गांव के लिए हमने बहुत विस्तार से योजना बनाई है।

विज ने बताया कि गांव-गांव में जितने हॉटस्पॉट हैं, वह हमने चिन्हित किए हैं और वहां पर हम कोविड केयर सेंटर बनाने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमने टीमें भी गठित कर लिए हैं जो घर-घर जाएंगी और जिसमें भी करोना के लक्षण पाए जाएंगे तो उनका टेस्ट किया जाएगा और उनके उपचार की जैसी आवश्यकता होगी उस हिसाब से उनका उपचार किया जाएगा। विज ने कहा कि हम शहर और गांव सभी के लिए समान रूप से काम कर रहे हैं।

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