कोरोना/लॉकडाऊन। अब जिला लुधियाना से प्रतिदिन चलेंगी 12 ट्रेन

Electric Train

राहत। हर ट्रेन की यात्री क्षमता होगी 1600 : डीसी, अब दोराहा से भी चलेंगी ट्रेनें  (12 trains run daily from Ludhiana)

लुधियाना( सच कहूँ/राम गोपाल रायकोटी )। प्रवासी लोगों को उनके राज्यों में छोड़ने के लिए जिला लुधियाना से ट्रेनों की संख्या में विस्तार किया जा रहा है। अब प्रतिदिन 12 ट्रेन रवाना की जाएंगी। इनमें से कुछ ट्रेनें दोराहा से भी जाएंगी। हर टेÑन की क्षमता 1600 के करीब होगी। उपरोक्त जानकारी डिप्टी कमिशनर प्रदीप कुमार अग्रवाल ने आज स्थानीय गुरू नानक स्टेडियम में तैयारियों की मीटिंग दौरान दी। अग्रवाल ने बताया कि इन ट्रेनों के द्वारा अब तक जिला लुधियाना से 1.35 लाख से अधिक प्रवासियों को उनके राज्यों के लिए भेजा जा चुका है।

प्रवासियों को लेजाने के लिए पहली रेल 5 मई, 2020 को लुधियाना से रवाना हुई थी। उल्लेखनीय है कि लुधियाना के अलावा जालंधर, पटियाला, अजीतगढ़ (मोहाली), श्री अमृतसर साहब, फिरोजपुर, सरहन्द और बठिंडा से भी प्रतिदिन ही टेÑनें रवाना हो रही हैं। हर ट्रेन में 1200 यात्री भेजे जा रहे हैं। लुधियाना से अब तक उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, मनीपुर, झारखंड व अन्य राज्यों के लिए टेÑने रवाना हुई हैं।

डिप्टी कमिशनर प्रदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि जिला लुधियाना से 8 लाख से अधिक प्रवासी लोगों की तरफ से अपने राज्य में जाने के लिए आॅनलाईन अप्लाई किया हुआ है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि अब अधिकतर लोग लुधियाना से जाना नहीं चाहते क्योंकि शहर में उद्योग फिर से चल पड़े हैं और लोगों को फिर रोजगार के साथ जुड़ने का मौका मिल गया है। जिला प्रशासन की ओर से अगले दिनों दौरान टेÑनों की संख्या और बढ़ाई जायेगी। उन्होंने कहा कि इन लोगों को बसों के द्वारा भेजने का काम भी शुरू कर दिया गया है।

हर यात्री की स्क्रीनिंग करने उपरांत उनको जारी किया जा रहा सर्टीफिकेट

उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से इन प्रवासियों का रेल किराया, भोजन, पानी, रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने का सारा खर्चा उठाया जा रहा है। हर यात्री की स्क्रीनिंग करने उपरांत उनको सर्टीफिकेट जारी किया जाता है। अगले दिनों दौरान ज्यादा से ज्यादा प्रवासी लोगों को भेजने के लिए ओर टेÑनें चलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से इस काम में बहुत पारदर्शिता रखी जा रही है।

  • यात्रियों को दी जाती मैडीकल स्लिप पर बारकोड लगाया जा रहा है।
  • यात्रियों की जब गुरू नानक स्टेडियम में स्क्रीनिंग होती है और टिकट जारी की जाती है
  • तो उसका बारकोड स्कैन किया जाता है।
  • अग्रवाल ने इन ट्रेनों की रवानगी के लिए अलग -अलग विभागों और आधिकारियों की ओर से दिए जा रहे सहयोग के लिए धन्यवाद किया।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।