जिला अस्पताल में खामियां ही खामियां बंद पड़ी है 40 तरह की नि:शुल्क जांच

भाजपा ने जिला प्रशासन को सौंपा 5 सूत्री ज्ञापन

श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। राजकीय जिला चिकित्सालय में कायाकल्प की टीम द्वारा राजकीय चिकित्सालय के औचक निरीक्षण में अनेक खामियां पाई गई है, जिनका अविलम्ब निराकरण किया जाना आवश्यक है। भाजपा नगर मण्डल पूर्वी क्षेत्र के नेतृत्व में कार्यकतार्ओं ने गुरुवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर राजकीय जिला चिकित्सालय, श्रीगंगानगर में व्याप्त खामियों को दूर करके मरीजों को राहत प्रदान करने की माँग की है। ज्ञापन में कहा गया कि मुख्यमंत्री की निरोगी राजस्थान मुहिम श्रीगंगानगर जिले की जनता के लिए धोखा साबित हुई है। प्रदेश सरकार की मुफ्त ईलाज की मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना के तहत लगभग 40 प्रकार की जांचों की सुविधा बंद होने से मरीजों को भारी आर्थिक एवं मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मजबूरी में प्राइवेट लैबों पर महंगा शुल्क देकर जांच करवा रहे हैं।

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मुख्य गेट पर जलभराव, गंदगी से भरे शौचालय

राजकीय जिला चिकित्सालय, श्रीगंगानगर के टॉयलेट की साफ-सफाई नहीं होने के कारण अत्याधिक गंदे हैं, जिससे मरीजों व उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा इससे बीमारियां फैलने की अशंका है। मुख्य गेट, मुख्य गेट के समीप बने पार्क एवं चिकित्सालय परिसर व चारदिवारी के आगे बरसाती पानी एकत्रित होने से आवाजाही में परेशानी आ रही है। मरीज एवं उनके परिजन अपने हाथ में चप्पलें लेकर जलभराव क्षेत्र से गुजर रहे है। पानी के चलते मच्छर पनपने के कारण डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियों के फैलने की आशंका भी है। इसलिए अविलम्ब एकत्रित पानी की निकासी करवाकर सुचारू आवागमन सुनिश्चित किया जाये। बायोवेस्ट निस्तारण के लिए चिकित्सालय स्टाफ को प्रशिक्षित करके बायोवेस्ट का उचित तरीके से निस्तारण किया जाये तथा राजकीय चिकित्सालय के बाहर खुले गटर के कारण आये दिन दुर्घटनायें हो रही है, जिसे बंद करवाया जाये।

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