बाजरे की रोटी की माला पहन किया प्रदर्शन

जमीन की नीलामी रूकवा कर किसान कर्ज माफी की घोषणा को लागू करने की मांग

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जमीन की नीलामी करने व किसान कर्ज माफी की घोषणा को लागू नहीं करने के विरोध में आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने किसानों के साथ शुक्रवार को अनूठे तरीके से विरोध-प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं व किसानों ने गले में बाजरे की रोटियों का हार पहनकर जिला कलक्ट्रेट परिसर में बने गांधी पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष सांकेतिक धरना देकर विरोध दर्ज कराया। विरोध-प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।

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इस दौरान पार्टी के जिला समन्वयक सुरेन्द्र बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान विधान सभा चुनाव 2018 के चुनाव अभियान के दौरान राहुल गांधी ने चुनावी रैलियों में यह घोषणा की थी कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनते ही 10 दिन के अन्दर-अन्दर किसानों का कर्जा माफ कर देंगे। अब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बने करीब 3 वर्ष हो चुके हैं परन्तु किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है। कांग्रेस की 2018 में सरकार बनने से लेकर लगातार राजस्थान के किसानों की जमीनों की नीलामी की जा रही हैं। प्रशासनिक अधिकारी और बैंक अधिकारी न केवल किसानों की जमीन नीलाम कर रहे हैं अपितु किसानों को अपमानित व प्रताड़ित कर रहे हैं। इससे परेशान होकर किसान आत्महत्या कर रहे हैं।

राजस्थान की सरकार यह मान रही है कि किसान उन उद्योगपतियों से भी बड़ा लुटेरा है जो देश का लाखों करोड़ो रुपए डकार कर देश से भाग चुके हैं। इसीलिए सरकार के निर्देश पर कर्जदार किसानों के पोस्टर और पंपलेट छपवा कर उन्हें अपमानित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने किसानों के भरोसे को तोड़ा है। ऐसे में राजस्थान का किसान स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।

बेनीवाल ने कहा कि गत वर्ष राज्य सरकार की ओर से घोषणा की गई थी कि राजस्थान में बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी किसान की जमीन नीलाम नहीं की जाएगी परन्तु हनुमानगढ़ जिले में बैंकों की ओर से नीलामी की सार्वजनिक मुनियादी करवाई जा रही है। यह किसानों के साथ छलावा है। 2018 से न किसानों को समय पर सिंचाई पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है, न बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। न ही असली कीटनाशक और बीज उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। ऊपर से मौसम की मार की वजह से फसलों के नष्ट होने पर किसी प्रकार की आर्थिक मदद राज्य सरकार की ओर से किसानों को नहीं दी जा रही।

बेनीवाल ने कहा कि यह सारा मसला किसान की रोटी का है। अगर किसान की जमीन छीन ली जाएगी तो वह क्या खाएगा। अगर सरकार के पास इसका जवाब है तो वह दे। अन्यथा वह झूठी घोषणाएं न करे। ज्ञापन में मांग की गई कि राज्य सरकार तत्काल हनुमानगढ़ जिले के किसानों की जमीन नीलामी को रूकवा कर वर्ष 2018 की सम्पूर्ण कर्ज माफी की घोषणा को तत्काल लागू करवाए ताकि किसानों के साथ हो रहे अन्याय को रोक जा सके। इस मौके पर महेन्द्र मोहन, बलविन्द्र, नरेन्द्र मौर्य, मदनलाल रेगर, राजेन्द्र, पृथ्वीराम, लीलाधर, सुल्तानराम, महावीर सिंह, सुभाष पारीक, अशोक कुमार, सतपाल, नवीन, राजकुमार, सुभाषचन्द्र, तुषार आदि मौजूद थे।

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