नशों के खिलाफ पूज्य गुरु जी की मुहिम… और लोकसभा का संकल्प

depth campaign

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। समाज में नशे का दिनोंदिन बढ़ता चलन चिंता का विषय बना हुआ है। खासकर युवा पीढ़ी वर्तमान दौर में नशे की दलदल में इस कदर धंस चुकी है कि बचाव का कहीं कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा। पिछले करीब 5 सालों में नशा रूपी दानव हर घर में अपना दुष्प्रभाव दिखाने लगा है। भारत वर्ष ही नहीं, पूरे विश्व में नशे की यह लत एक भयानक बीमारी के रूप में उबर कर सामने आ रही है, जो समाज के भविष्य के लिए खतरे का संकेत है।

घरों को बर्बादी की कंगार तक लेकर जाने वाले इस नशे की रोकथाम के लिए डेरा सच्चा सौदा एक नई सवेर बनकर सामने आया है। करीब 6 करोड़ लोगों को नशों से दूर रहने का मंत्र देने वाला डेरा सच्चा सौदा अब पूरे भारतवर्ष को नशा मुक्त करने का निश्चय कर चुका है। पूज्य गुरु जी द्वारा चलाई गई डेप्थ मुहिम (DEPTH Campaign) के तहत लोग नशा छोड़ रहे हैं। उधर लोकसभा ने युवाओं को नशाखोरी से बचाने के वास्ते संकल्प लिया।

लोकसभा ने लिया संकल्प

लोकसभा ने युवाओं को नशाखोरी से बचाने के वास्ते संकल्प लेते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ ही देश के सभी लोगों की जिम्मेदारी युवा पीढ़ी को नशे की चपेट में आने से रोकने की है। बिरला ने नशाखोरी की समस्या पर नियम 193 के तहत चली चर्चा का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जवाब के बाद कहा कि युवाओं को बचाने की जिम्मेदारी सबकी है और जनप्रतिनिधियों को इस दिशा में विशेष प्रयास करना है इसलिए सभा नशाखोरी के प्रचलन से बचाने के लिए मिलकर और जरूरी कदम उठाने का संकल्प लेती है।

उन्होंने कहा कि नशे के विरूद्ध व्यापक अभियान चलाने का संकल्प युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए सामूहिक काम है। इससे पहले शाह ने नशामुक्त भारत बनाने के लिए नशीले पदार्थों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति क्रियान्वित करने को केन्द्र एवं राज्यों की संयुक्त जिम्मेदारी बताते हुए सभी राज्य सरकारों का आह्वान किया था कि वे समान गंभीरता एवं तीव्रता से इस अभियान को चलाये ताकि नयी पीढ़ी को नशे से बचाया जा सके।

Kaithal Naamcharcha

डेरा सच्चा सौदा के असूलों में शुमार है नशे छोड़ने की शर्त | DEPTH Campaign

डेरा सच्चा सौदा की शिक्षा मुख्यत: तीन सिद्धांतों पर टिकी हुई है, जिसमें नशा छोड़ने की अनिवार्यता इसके मूल में समाई है। बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने सन् 1948 में डेरा सच्चा सौदा की स्थापना करते हुए डेरा अनुयायी के लिए तीन नियम बनाए थे, जिसमें गुरुमंत्र, नाम शब्द ग्रहण करने वाले इन्सान को जीवन में किसी भी प्रकार का दुनियावी नशा करने की मनाही है। डेरा सच्चा सौदा के वह तीनों सिद्धांत आज भी जस के तस कायम हैं।

पूज्य साईं जी ने 12 साल में हजारों लोगों को नशा छुड़वाने का प्रण करवाते हुए डेरा सच्चा सौदा से जोड़ा, वहीं परमपूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज ने गुरगद्दीनशीनी के 30 वर्षों में लाखों नए लोगों को नशे के दैत्य से बाहर निकालते हुए उनको नशामुक्त जीवन जीने का संकल्प करवाया। वर्ष 1990 से मौजूदा पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां अब तक 6 करोड़ लोगों को नशा छोड़ने का संकल्प करवा चुके हैं, जो आज भी डेरा सच्चा सौदा के असूलों को अपनाकर खुशहाल जीवन जी रहे हैं।

DEPTH Campaign

7 दिन सेवा करे तो सारे नशे अपने आप छूटते चले जाएंगे

डेरा सच्चा सौदा अपने 7 दशक के इस दौर में नशामुक्त समाज बनाने के अभियान को समय-समय पर नई गति देता रहा है। चाहे सत्संग के द्वारा लोगोंं का नशों के बारे जागरूक करना हो, या फिर गांव-गांव, शहर-शहर नशा विरोधी रैलियां निकालनी हो, डेरा सच्चा सौदा हमेशा अग्रणी पंक्ति में खड़ा दिखाई दिया है। पूज्य गुरु जी अकसर सत्संग में फरमाते हैं कि नशा जैसे शराब, भांग, अफीम या कैमिकल्सयुक्त नशे समाज को नष्ट कर रहे हैं, इन नशों को जड़ से खत्म करना होगा। पूज्य गुरु जी अकसर सत्संग में आह्वान करते हैं कि जो भी कोई नशे से पीड़ित है, यदि वह नशा छोड़ना चाहता है तो डेरा सच्चा सौदा के द्वार उसके लिए हमेशा खुले हैं। यहां आकर गुरुमंत्र लेकर यदि 7 दिन सेवा करे तो सारे नशे अपने आप छूटते चले जाएंगे।

पूज्य गुरु जी का यह संदेश नशे की दलदल में फंसे लोगों के लिए एक वरदान साबित हुआ है। हजारों नहीं, अपितु लाखों लोगों ने डेरा सच्चा सौदा में आकर ऐसे-ऐसे नशों को तिलांजलि दी है जो चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक चुनौती कही जा सकती है। प्रतिदिन नशे के 10-10 इंजेक्शन लगाने वाले लोग भी डेरा सच्चा सौदा में आकर इस कोढ़ से छुटकारा पा चुके हैं। जो घर नशे की वजह से नर्क तुल्य बन चुके थे, आज उन घरों में बहारें खिली हुई हैं। समाज के लिए उजियाले की किरण बनकर आए डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी आॅनलाईन गुरुकुल कार्यक्रम के द्वारा भी लाखों लोगों का नशा छुड़वा चुके हैं, जो अपने आप में बेमिसाल है।

अखिल भारतीय नशामुक्त अभियान की शुरूआत | DEPTH Campaign

पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने गत 3 नवंबर को शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा, यूपी से लाइव कार्यक्रम दौरान अखिल भारतीय नशामुक्त अभियान की शुरूआत की, जिसको ड्रग इरेडीकेशन पेन-इंडिया थ्रू हैल्थ एंड मैडिटेशन का नाम दिया गया। ध्यान, योग एवं स्वास्थ्य द्वारा अखिल भारतीय नशामुक्ति अभियान का मूल उद्देश्य हिंदुस्तान से नशे को जड़ से खत्म करना है। इस अभियान को कारगर बनाने के लिए डेरा सच्चा सौदा गांव, कस्बे व शहरी स्तर पर स्थानीय साध-संगत का सहयोग लेगा। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जागरूकता कैंपों के अलावा योग एवं ध्यान क्रियाओं के जरीये लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्र्रेरित किया जाएगा, वहीं स्वास्थ्य कैंप भी लगाए जाएंगे जिनमें नशे के आदि लोगों का उपचार भी किया जाएगा।

डेरा सच्चा सौदा ने किया तहदिल से स्वागत 

डेरा सच्चा सौदा ने केन्द्र सरकार के नशा मुक्त भारत अभियान का तहदिल से स्वागत किया है। डेरा सच्चा सौदा के आॅफिशियल ट्विटर अकाउंट पर यह जानकारी आई है। ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि डेरा सच्चा सौदा केंद्र सरकार के नशा मुक्त भारत अभियान का तहदिल से स्वागत करता है।

हमारे देश की युवा पीढ़ी को नष्ट होने से बचाना अमित शाह | Drug free India

शाह ने कहा कि यह नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) एवं राज्यों के नारकोटिक्स नियंत्रण एजेंसियों के अलावा वित्त विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं समाज कल्याण विभाग को भी मिला कर, सभी आयामों को समन्वित करके तीव्रता से कार्रवाई करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों के खिलाफ इस लड़ाई में अभी तक सभी राज्य एवं केन्द्र सरकार कंधे से कंधा मिला कर लड़ रहे हैं। सभी राज्यों ने एक समन्वित रणनीति पर अच्छे से अमल किया है। कुछ विचार अलग हो सकते हैं लेकिन सबकी मंशा एक ही है। हमारे देश की युवा पीढ़ी को नष्ट होने से बचाना है।

dera-sacha-sauda

पाकिस्तान भेज रहा नशा

गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ व्यापार नहीं हो रहा है लेकिन ड्रोन, सुरंगों, बंदरगाहों एवं हवाईअड्डों के रास्ते नशे का अवैध कारोबार हो रहा है। जो भी नये नये तरीके अपनाये जा रहे हैं, एजेंसियां उन्हें नाकाम कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक कानून का मामला है तो पीड़ित के साथ सहानुभूति का रवैया अपनाया जाएगा और उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं होगा। उनके पुनर्वास की व्यवस्था होगी। सामाजिक वातावरण बनाया जाए जहां उसे सम्मान से पुनर्वासित होने का अवसर मिले।

जागरूकता अभियान चलाया गया है |  Drug free India

गृहमंत्री ने कहा कि देश में नशामुक्त भारत के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है। करीब दो लाख 72 हजार शैक्षणिक संस्थानों में 14 छात्रों को नशामुक्त रहने की शपथ दिलायी गयी है। न्यूनतम मानदेय पर आठ हजार मास्टर स्वयंसेवक तैयार किये गये हैं। ढेर सारे स्वैच्छिक संगठनों को भी जोड़ा गया है। देश में तीन सौ से अधिक अत्याधुनिक पुनर्वास केन्द्र बनाए जा रहे हैं। देश में नशीली दवाओं के दुष्परिणामों की जानकारी देने के लिए दो लाख से अधिक परामर्शदाता तैयार किये हैं।

Hindi Article. Durgs, Youth, Adolescent

उन्होंने कहा कि ऐसा सोचा गया था कि आजादी के 75वें वर्ष में 60 दिनों में 75 हजार किलोग्राम नशीले पदार्थ जलाये जाएंगे लेकिन कुछ ही दिनों में एक लाख 60 हजार किलोग्राम ड्रग्स जलाने में कामयाबी मिली। शाह ने कहा कि जलाये गये ड्रग्स की कीमत 97 हजार करोड़ रुपए से अधिक थी। इस अभियान में चार लाख 14 हजार 697 केस दर्ज किये गये और पांच लाख 23 हजार 224 गिरफ्तारियां हुईं हैं। तस्करों के विरुद्ध 13 हजार केस दर्ज किये गये हैं। उन्होंने कहा कि नशामुक्त भारत अभियान केन्द्र एवं राज्यों का संयुक्त अभियान है। केन्द्र एवं राज्य समान गंभीरता एवं तीव्रता से चलायें। एनकोर्ड समितियों के ढांचे को मजबूत करने की जरूरत है। हम सभी जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ नशामुक्त भारत की रचना करेंगे।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।