पूज्य गुरु जी के आगमन की खुशी में डेरा श्रद्धालुओं ने जलाए घी के दिये

arrival of revered Guru Ji sachkahoon

घरों और आस-पास चलाया सफाई अभियान

  • हर्षित साध-संगत एक-दूसरे को दे रही बधाइयां

चंडीगढ़/नई दिल्ली। सच्चे मुर्शिदे कामिल पूज्य गुरु(Revered Guru Ji) संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के आगमन से डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं में भारी खुशी का माहौल है। साध-संगत ने अपने-अपने घरों में घी के दिये जलाकर अपने हर्ष का इजहार किया। डेरा श्रद्धालुओं ने बताया कि 25 अगस्त 2017 के बाद उनके घरों से मानों खुशियां काफूर हो गई थी और इस अवधि में उन्होंने कोई त्यौहार या पर्व नहीं मनाया। अब पूज्य गुरु जी के आगमन से उन्हें बेहद ज्यादा खुशी हो रही है, जिसे शब्दों में ब्यां नहीं किया जा सकता। डेरा सच्चा सौदा श्रद्धालुओं ने अपने घरों की दीवारों पर लगभग साढ़े चार साल के अरसे में पहली बार दीये जलाकर खुशी जताते हुए एक-दूसरे को बधाइयां दी। इसके साथ ही साध-संगत ने अपने घरों और आसपास की सफाई भी की।

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हरियाणा में सरसा से कस्तूर इन्सां, राजेश इन्सां, राकेश धवन इन्सां, सुखपाल कौर इन्सां, जीन्द से कुलदीप इन्सां, जगदीश इन्सां, मुन्नी इन्सां, गुरुग्राम से राजेन्द्र इन्सां, संदीप इन्सां, पंजाब के भटिंडा से गुरदेव सिंह इन्सां, सुखनाम इन्सां, सुखजीत मान इन्सां, संगरूर से बलदेव सिंह इन्सां, भवानीगढ़ से शिवपाल इन्सां, उत्तर प्रदेश में मेरठ से रकम सिंह इन्सां, अजय इन्सां, शुभम इन्सां, शामली से अनुज इन्सां, रवि इन्सां, मुजफ्फरनगर से सोनू बुढ़ाना इन्सां, अमित त्यागी इन्सां, सहारनपुर से आरजू इन्सां, ऋषिपाल इन्सां, रूड़की से आशू इन्सां, दिल्ली में गांधीनगर से मोहित इन्सां, करोल बाग से अवनीश इन्सां सहित डेरा श्रद्धालुओं का कहना है कि पूज्य गुरु जी ने न सिर्फ हमारा जीवन सुधारा बल्कि ज़िंदगी जीने का सही ढंग भी सिखाया। हम पूज्य गुरु जी के उपकारों का देन नहीं दे सकते।

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उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी(Revered Guru Ji) पर हमारा विश्वास अटूट था, है और हमेशा अटूट रहेगा। पूज्य गुरु जी ने हमेशा समाज का भला किया है और पूरी साध-संगत को मानवता भलाई के 138 कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने का आह्वान किया है। कस्तूर इन्सां ने कहा कि कोरोना के उस भयावह दौर में जब लोग घरों से बाहर झांकने तक से डर रहे थे तब पूज्य गुरु जी ने रूहानी पत्रों के माध्यम से न सिर्फ इस महाबिमारी से बचाव के टिप्स दिए बल्कि साध-संगत को घरों में कैद जरूरतमंद लोगों की मदद का आह्वान किया, जिस पर चलते हुए साध-संगत ने हजारों मजबूर लोगों के घरों में राशन और दवाइयों सहित जरूरत का घरेलू सामान उपलब्ध करवाया।

इसके साथ-साथ गांवों-शहरों के गली-मोहल्लों, धार्मिक स्थलों, सार्वजनिक कार्यालयों सहित अनेक संस्थानों को सेनेटाइज किया। जरूरतमंद लोगों को मास्क बांटे और कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया।

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