बुधरवाली: सारे प्रबंध पड़ गए छोटे, डेरा प्रेमियों के इकट्ठ ने तोड़ा रिकॉर्ड

  • 55 जरूरतमंद परिवारों को बांटा राशन और दो दिव्यांगों को मिली ट्राइसाइकिल

  • आशियाना मुहिम के तहत तीन पात्र परिवारों को मिली मकानों की चाबियां

बुधरवाली (कुलदीप\सुनील)। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के 55वें पावन अवतार माह का भंडारा रविवार को समस्त राजस्थान की साध-संगत की ओर से बुधरवाली स्थित मौजपुर धाम में बड़ी धूम-धाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पावन भंडारे की नामचर्चा में राजस्थान के अनेक जिलों से भारी तादाद में साध-संगत ने नाचते-गाते हुए शिरकत की। साध-संगत के जोश, जुनून, अटूट विश्वास और अथाह श्रद्धा के सामने डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन द्वारा किए गए सारे प्रबंध छोटे पड़ गए। इस अवसर पर पूज्य गुरू जी के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे 142 मानवता भलाई कार्यों को गति दी गई।

इस दौरान 55 जरूरतमंद परिवारों को एक-एक महीने का कच्चा राशन दिया गया। साथ ही साथी मुहिम के तहत दो गरीब दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल देकर साध-संगत उनका सहारा बनी। इसके अलावा आशियाना मुहिम के तहत साध-संगत द्वारा बनाकर दिए गए मकानों की चाबियां भी पात्र परिवारों को दी गई। बता दें कि 15 अगस्त 1967 को पूज्य गुरू जी ने राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के गांव श्रीगुरुसर मोडिया में पावन अवतार धारण किया था। इसलिए इस अगस्त के पूरे महीने को देश-दुनिया में डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत बड़ी धूमधाम के साथ मानवता भलाई के कार्य कर मनाती है।

पावन भंडारे की नामचर्चा का आगाज पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसराझ् के पवित्र नारे के रूप में बधाई के साथ हुआ। इसके पश्चात कविराजों ने विभिन्न भक्तिमय भजनों के माध्यम से सतगुरू की महिमा का गुणगान किया। तत्पश्चात पूज्य गुरू जी के पावन अनमोल वचन बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीनों पर चलाए गए। जिन्हें साध-संगत ने एकाग्रचित होकर श्रवण किया।

पावन भंडारे की नामचर्चा में शिरकत करने के लिए साध-संगत शनिवार को ही आना शुरू हो गई। जोकि रविवार तक अनवरत जारी रहा। साध-संगत की सुविधा के मद्देनजर डेरा प्रबंधन द्वारा व्यापक स्तर पर प्रबंध किए गए थे। आश्रम में आने वाली साध-संगत के रहने,खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था की गई थी। गर्मी के मौसम को देखते हुए जगह-जगह ठंडे पानी की छबीले लगाई गई थी। इसके अलावा नामचर्चा में बैठी हुई साध-संगत को भी सेवादार पानी पिला रहे थे। नामचर्चा की समाप्ति पर आई हुई साध-संगत को कुछ ही मिनटों में लंगर-भोजन व प्रशाद बांटा गया।

स्टेज और पंडाल की डेकोरेशन ने मोहा मन

नामचर्चा पंडाल और स्टेज पर सेवादारो की और से सुंदर डेकोरेशन की गई। पंडाल में लगाए गए पूज्य गुरु जी के बड़े सुंदर स्वरूप डेकोरेशन को चार चांद लगा रहे थे।

नामचर्चा में शामिल होने के लिए राजस्थान के विभिन्न जिलों से आई साध-संगत के वाहनों की पार्किंग के लिए पंडाल के आस-पास अलग-अलग ट्रैफिक ग्राउंड बनाए गए। साध-संगत ट्रैफिक ग्राउंड में ही अपने-अपने वाहन रोककर नामचर्चा पंडाल में पहुंची। इसके अलावा डेरा सच्चा सौदा के शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों ने ट्रैफिक व्यवस्था को व्यवस्थित करने की सेवा की।

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