रूहानी रंग में नहाया राजस्थान, आइये जाने साध-संगत के विचार

Dera Sacha Sauda Foundation Month

भीषण गर्मी के बावजूद उमड़े जनसैलाब ने तोड़े रिकार्ड

  • पारंपरिक वेशभूषा में नाचते गाते पहुंची साध संगत

जयपुर(सुनील चक्का, लखजीत इन्सां, गुरजंट धालीवाल)। शहर के स्टैच्यू सर्किल स्थित रॉयल हवेली में डेरा सच्चा सौदा के रूहानी स्थापना माह के पावन भंडारे पर साध संगत में अनंत, अथाह, आस्था का सैलाब देखने को मिला। भीषण गर्मी में रूहानी ठंडक की फुहारें लेने के लिए हजारों की संख्या में साध संगत पहुंची। जयपुर जोन द्वारा मनाए गए भंडारे के दौरान मानवता भलाई के कार्यों को रफ्तार देते हुए डेरा सच्चा सौदा की पक्षी उद्धार मुहिम के तहत 629 मिट्टी के सकोरे (परिंडे), 229 परिवारों को एक महीने का राशन बांटा गया। साथ ही अनेक बच्चों को पौष्टिक आहार की किटें व आत्मसम्मान मुहिम के तहत महिलाओं को स्वरोजगार में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई मशीनें वितरित की गई। वहीं, इस पावन दिन की खुशी में साध संगत अपने पारंपरिक वेशभूषा में ढोल की थाप पर राजस्थानी संस्कृति के रंग में कठपुतली बन नाचते गाते हुए पंडाल पहुंची। इस दौरान साध संगत ने हाथ खड़े कर मानवता भलाई कार्यो में बढ़-चढ़कर भाग लेने का संकल्प लिया।

नामचर्चा की शुरूआत ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का इलाही नारा लगाकर की गई। इसके पश्चात कविराजों ने नूरे जलाल है छा गया सतगुरु प्यारा आ गया.. सहित अनेक भजनों के माध्यम से सतगुरु की महिमा का गुणगान किया। शब्दवाणी के बाद एलईडी स्क्रीन्स पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के रिकॉर्डिंड अनमोल वचनों को चलाया गया। इस दौरान साध संगत को रूहानी स्थापना माह की बधाई देते हुए 45 मेंबर रणजीत सिंह व सम्पूर्ण सिंह इन्सां ने कहा कि पूज्य गुरु जी के दिशा निर्देशन में डेरा अनुयायी मानवता भलाई के कार्य कर रहे हैं। इन कार्यों में रक्तदान, पौधारोपण, जरूरतमंदों को राशन, गरीब कन्याओं की शादी, गुर्दा दान, पक्षी उद्धार मुहिम के तहत बेजुबान पक्षियों के लिए चुग्गा पानी का प्रबंध सहित अनेक कार्य शामिल हैं। वहीं गर्मी के मौसम में पक्षी उद्धार मुहिम के तहत बेजुबान पक्षियों की सुध लेते हुए अधिक से अधिक परिंडे लगाने का भी साध संगत ने संकल्प लिया। अंत में पूज्य गुरु जी द्वारा भेजी गई 9वीं रूहानी चिट्ठी पढ़कर सुनाई गई, जिसे सुनकर साध संगत की आंखें नम हो गई।

सतगुरु के दर से जुड़ने के पश्चात उन्हें इतना मिला है की जितना बताएं उतना कम है। डेरा सच्चा सौदा से जुड़ने से पहले हमारे पास कुछ भी नहीं था। सेवा और परमार्थ करने से ऐसे-ऐसे काज संवरे हैं, जिनका लिख बोलकर वर्णन नहीं किया जा सकता।
-लक्ष्मी देवी

पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए विभिन्न आश्रम में सेवा करने के पश्चात हमारे सभी बिगड़े हुए काम बन जाते हैं। हर काम अपने आप हो जाते हैं। मैं और मेरा परिवार हमेशा पूज्य गुरु गुरु जी का आभारी रहेगा। जिन्होंने हमारे पूरे परिवार को बुराइयों से दूर कर मानवता भलाई कार्यों के साथ जोड़ा। डेरा सच्चा सौदा से जुड़ने के पश्चात हमें इतना मिला है कि जितना बताए उतना कम है। हमारी झोली छोटी पड़ गई हैं।
-संतोष इन्सां

पूज्य गुरु जी ने हमेशा मानवता का उद्धार किया है और पूज्य गुरु जी द्वारा दिखाई गई राह पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु 138 मानवता भलाई के कार्य कर रहे हैं। इन कार्यों में रक्तदान, पौधारोपण, जरूरतमंदों को राशन देना, गरीब लड़कियों की शादी में सहयोग करना आदि कार्य कर रहे हैं। रूहानी स्थापना माह के इस शुभ अवसर पर बेजुबान पक्षियों की सुध लेते हुए उनके लिए परिंडे बांटे जाएंगे। और उन्हें नियमित रूप से चोगा-पानी डालने का संकल्प लेगी।
-अंग्रेज कौर

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमेशा सेवा, सिमरन, परमार्थ और भलाई के कार्यों को करने की सीख दी है। आज समाज को पूज्य गुरुजी की सख्त आवश्यकता है। पावन भंडारे से साध-संगत में परहित के कार्यों के लिए एक नया जोश, जुनून सवार पैदा हुआ है और अब दोगुने जोश के साथ इन कार्यों को करने में साध संगत जुटेगी।
-शांति इन्सां,पदमपुर ब्लॉक श्रीगंगानगर

राजस्थान की पूरी साध-संगत डेरा सच्चा सौदा मैनेजमेंट की तहेदिल से बहुत आभारी हैं। जिन्होंने हमें रूहानी स्थापना माह का पावन भंडारा मनाने का मौका दिया है। राजस्थान की साध-संगत ने जयपुर में मानवता भलाई के कार्य कर पावन भंडारा मनाया है। नामचर्चा में साध-संगत में भारी उत्साह देखा गया है और डेरा श्रद्धालुओं की भारी श्रद्धा के आगे प्रबन्धन द्वारा किए गए सभी प्रबंध छोटे पड़ गए।
-बलराज 45 मेंबर, राजस्थान।

जयपुर जोन के साध संगत ने मानवता भलाई के कार्य कर रूहानी स्थापना माह का पावन भंडारा बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया है। नामचर्चा में मानवता भलाई कार्यों को गति देते हुए बेजुबान पक्षियों के लिए 500 से अधिक मिट्टी के सकोरे (परिंडे) बांटे गए हैं। इसके अलावा जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें देकर उन्हें रोजगार में आत्मनिर्भर बनाया गया है। छोटे बच्चों को खाद्य सामग्री की किटें बांटकर उनके चेहरों पर मुस्कान लाई गई है।
-सम्पूर्ण सिंह इन्सां, 45 मेंबर राजस्थान

मेडिकल कैंप से लाभांवित हुए लोग

45 मैंबर कुलभूषण इन्सां ने बताया कि राजस्थान संस्कृति से जुड़े सेवादारों ने लोक गायन शैली को शब्दों के माध्यम से व्यक्त किया तो साध संगत झूम उठी। 45 मैंबर रामप्रताप इन्सां ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर नन्ना फरिश्ता (मोबाइल अस्पताल) द्वारा लगाए गए चेकअप कैंप का साथ संगत ने लाभ उठाया। इस दौरान चिकित्सकों ने संगत के स्वास्थ्य की जांच की और जरूरत के अनुसार दवाइयां उपलब्ध करवाई।

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