Humanity: सेवादार बने इन्सानियत के सजग प्रहरी

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 आवास विहीन व्यक्ति का सात दिन में बनाया आशियाना (Humanity)

श्रीगंगानगर। इन्सानियत के राह के सजग प्रहरी के तौर पर तैनात डेरा सच्चा सौदा के सेवादार मानवता भलाई के कार्यों में दिन-रात लगे हुए है। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते शहर के सेवादार इन दिनों एक जरूरतमंद परिवार को मकान बनाकर देने की सेवा कर रहे हैं। बेराजगार मकान मालिक अपनी नेत्रहीन पत्नी व भोली-भाली बिटिया के साथ किराए के मकान में गुजर बसर बड़ी मुश्किल से कर रहा था। जब सेवादारों को इसके बारे में पता चला तो मकान मालिक से बात की तो पता चला कि उसका शिवाजी नगर में प्लाट पड़ा हुआ है फिर क्या था अपने पूज्य गुरू को स्मरण करते हुए डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरहवाह साई शाह मस्ताना जी महाराज के जन्म माह के प्रथम दिन सेवा कार्य के तहत मकान की छत बनाकर दे दी।

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अशोक कुक्कड़ परिवार के साथ किराए के मकान में गुजारा कर रहा था (Humanity)

सेवादारों ने शिवाजी नगर में एक सप्ताह के सेवाकार्य के दौरान एक कमरा, बरामदा, एक स्टोर, रसोई, बाथरूम व घर की सम्पूर्ण चारदीवारी के साथ-साथ मुख्य दरवाजे के पास एक सीमेंट की चादरों से एक बने एक शैड का निर्माण करके दिया। सेवादार सोहन लाल इन्सां ने बताया कि शिवाजी नगर निवासी अशोक कुक्कड़ बेराजगार होने के साथ-साथ किराए के मकान में अपने परिवार के साथ बड़ी मुश्किल के साथ गुजारा कर रहा था। जब इस संबंध में सेवादारों को उसके पास प्लाट होने व मकान बनाने की इच्छा भगवान द्वारा ही पूर्ण करने के स्वप्न के बारे में पता चला तो तुरंत सेवादारों ने ‘धन धन सतगुरू तेरा ही आसरा’ का नारा लगाते हुए सेवाकार्य प्रारम्भ कर दिया।

सेवा के इस पुनीत कार्य में महिला शाखा की सेवादार बहनों ने सतोष इन्सां व राज इन्सां के नेतृत्व में बड़ी बखूबी निभाया। रविवार को छत की सेवा का कार्य पूर्ण होने पर सतगुरू का स्मरण करते हुए विनती का शब्द बोला गया व सेवादारों व परिवार को हलवे का प्रसाद खिलाया गया। सेवा के इस पुनित कार्य में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार सेवादार अवतार कामरा इन्सां, दर्शन बिलंदी इन्सां, बद्रीप्रसाद इन्सां, राधेश्याम ग्रोवर इन्सां, लविश इन्सां, जसविंद्र, लविश, संजय जग्गा, अनीश, अनमोल, विजय, सतपाल, गुरदात, मीरा, संजय, जसविन्द्र पुरषोतम बहल, मदन लाल ग्रोवर व जसविन्द्र कौर सहित अनेक सेवादारों का सहयोग रहा।

शैड में चलेगा स्वरोजगार

अशोक कुक्कड़ के पास छोटा बैल्डिंग है, जिसके सहारे वह छोटा-मोटा काम करके अपना गुजारा बसर करता है। सेवादारों ने मुख्य दरवाजे के पास एक सीमेंट की चादरों से एक शैड का निर्माण करके उसके स्वरोजगार का स्थान भी बना दिया ताकि वह अपना गुजर बसर आसानी से कर सके।

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