एमएसजी टिप्स: आंखों को स्वस्थ रखने के लिए करें योग

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व्यायाम- नेत्र व्यायाम करने से नेत्र उत्तकों का लचीलापन बना रहता है। नेत्रों में रक्त परिसंचरण अच्छा होता है, जिसका सीधा असर हमारी आंखों पर पड़ता है।

आंखों के लिए कुछ विशेष व्यायाम निम्नलिखित हैं-

  • एक पेंसिल लें, उसे एक हाथ की दूरी पर पकड़ें। अब उसकी नोक पर ध्यान केंद्रित करें और पेंसिल को धीरे-धीरे अपनी नाक के पास लाएं और फिर दूर ले जाएं। ध्यान रहे, पूरा समय पेंसिल की नोक से नजर ना हटाएं। ऐसा दिन में 10 बार करने से बहुत लाभ होगा।
  • आंखों को पांच-पांच सैकिंड क्लॉकवाइस और एंटीक्लॉकवाइस घुमाएं। ऐसा 5-6 बार करना चाहिए।
  • 20 से 30 बार तेजी से पलकों को झपकाने से भी बहुत फायदा मिलता है।
  •  आंखों पर जोर डाले बिना दूर की किसी वस्तु पर ध्यान लगाना चाहिए। सबसे बढ़िया विधि है- चाँद पर ध्यान केन्द्रित करना। संध्या या सुबह के समय जल्दी उठकर दूर की हरियाली पर नजर टिका सकते हैं। ऐसा 5 मिनट हर रोज करने से आपको फायदा मिलेगा। इस प्रकार अच्छे परिणामों के लिए यह नेत्र व्यायाम नियमित तौर पर करते रहना चाहिए।

सनिंग और पामिंग-

  • सनिंग और पामिंग भी नेत्रों के लैंस के लिए बहुत लाभदायक होता है। सनिंग से जहां हमें सूर्य उपचार क्षमता का फायदा मिलता है, वहीं आंखों को पामिंग से भी आराम मिलता है।
  • सनिंग के लिए आंखों को बंद करके गहरी सांस लेते हुए सूर्योदय के समय सूर्य की तरफ 2 मिनट के लिए देखें। ध्यान रहे, ऐसा करते समय आपकी आंखें बंद रहें।
  • पामिंग के लिए, धीरे से दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ें और धीरे-धीरे दोनों हाथों से दोनों आंखों को ढक लें। ऐसा दिन में कई बार करें व साथ में किसी अच्छे दृश्य को दिमाग मे रखने से भी अच्छा परिणाम मिलता है।

आहार-

अच्छी दृष्टि के लिए गाजर, पालक, मक्का, चुकंदर, मीठे आलू, ब्लूबेरी, ब्रोकोली, गोभी का भरपूर सेवन करें।
आधुनिक यंन्त्रों का सीमित प्रयोग-
आंखों को सुरक्षित रखने के लिए कम्प्यूटर, आईपैड, स्मार्टफोन से दूरी के साथ ही लाईफ स्टाइल में बदलाव जरूरी है।
  • जिस कमरे में कम्प्यूटर हो, उसमें उचित प्रकाश होना जरूरी है। ज्यादा तेज रोशनी भी नहीं होनी चाहिए व प्रकाश व्यक्ति के पीछे से होना चाहिए सामने से नहीं।
  • जब भी कम्प्यूटर पर लगातार काम करना हो तो हर 20 मिनट के गैप में 20 सैकिण्ड के लिए स्क्रीन से नजरें हटा लेनी चाहिएं और 20 फुट दूर किसी निश्चित बिंदू पर ध्यान केंद्रित करें।
  • हर रोज रात को सोने से पहले अपनी आंखों को साफ ठण्डे पानी से धोना चाहिए।

लेंस-

बेहतर लेंस का प्रयोग करें या चौंध रहित चश्मा पहनें एवं चौंध रहित स्क्रीन का प्रयोग करना चाहिए। जब कभी भी स्क्रीन के सामने घंटे भर तक बैठना पड़े तो ड्राई आई से बचने के लिए पलकों को धीरे-धीरे झपकाते रहना चाहिए

हरी घास-

सुबह-शाम नंगे पैर हरी घास पर चलना व हरियाली को निहारना भी आँखों की रोशनी बढ़ाता है व आँखों को ताजगी प्रदान करता है।

आंखें की नियमित जाँच-

साल में एक बार आंखों की जाँच जरूर करवानी चाहिए।

आंख में कुछ गिरने पर-

अगर आंख में कुछ गिर जाए तो उसे सख्त कपड़े से साफ नहीं करना चाहिए, बल्कि अंजुलि में साफ पानी भरें और फिर अपनी आंख को उसमें डुबोकर क्लॉकवाइज़ व एंटी-क्लॉकवाइज़ इधर-उधर घुमाएं, कुछ ही पलों में आंख में गिरा कण निकल जाएगा।

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