ट्रम्प ने चीन के सामानों पर 10% शुल्क लगाने की चेतावनी दी

Donald Trump

वाशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प(Donald Trump) ने सोमवार को कहा कि वह लगभग 200 अरब अमेरिकी डॉलर के चीन के सामानों के आयात पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाएंगे, लेकिन उन्होंने ऐप्पल की स्मार्ट घड़ियों, फिटबिट इंक और अन्य उपभोक्ता उत्पादों जैसे साइकिल, हेल्मेट और बेबी कार सीटों को इससे अलग रखा। ट्रम्प ने चेतावनी दी है कि अगर चीन अमेरिका के किसानों या उद्योगों के खिलाफ प्रतिशोधपूर्ण कार्रवाई करता है, तो हम तत्काल तीसरे चरण का शुल्क लगाएंगे, जो लगभग 267 अरब डॉलर के अतिरिक्त आयात पर है। एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि पुरानी अनुमानित सूची पर शुल्क का संग्रह 24 सितंबर से शुरू होगा, लेकिन 2018 के अंत तक यह दर 25 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी, जिससे अमेरिकी कंपनियों को वैकल्पिक देशों से अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को समायोजित करने के लिए कुछ समय मिल सके।

चीन ने अमेरिका के अतिरिक्त कर को लेकर बैठक बुलाई

चीन के उपप्रधानमंत्री लिउ हे अमेरिका द्वारा 200 अरब डॉलर के चीनी सामानों पर लगाये गये अतिरिक्त कर को लेकर मंगलवार को बीजिंग में बैठक बुलायी है ताकि सरकार की आगामी रणनीति पर विचार किया जा सके। संवाद समिति ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी। चीन के साथ हालिया व्यापारिक टकराव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावदी दी है कि अगर चीन प्रतिक्रियात्मक कदम उठाता है तो वह एपल की स्मार्ट घड़ी और कुछ अन्य उपभोक्ता वस्तुओं को छोड़कर 267 अरब डॉलर के चीनी सामानों पर अतिरिक्त कर लगाएंगे। चीन के सिक्योरिटी बाजार के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका के द्वारा चीन के खिलाफ उठाये जाने वाले कदमों का चीन पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि चीन के पास इन फैसलों का मुकाबला करने के लिए पर्याप्त वित्तीय और आर्थिक नीतियां हैं।

दोनों देश बैठक कर व्यापारिक समझौता करें

चीन के सिक्योरिटी रेगुलेटरी कमिशन के उपाध्यक्ष फांग जिनघायी ने तियानजिन में एक सम्मेलन में कहा कि वह आशा करते हैं कि दोनों देश बैठक कर व्यापारिक समझौता करें और उन्होंने उम्मीद जतायी कि चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध दीर्घकालिक हो। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को करीब 200 अरब अमेरिकी डॉलर के चीन के सामानों के आयात पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने के लिए कहा है जिससे अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक कटुता और बढ़ गई।

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।