शांहजहापुर-खेङा बोर्डर :  किसान आंदोलन को व्यापक जन समर्थन

Farmer--Protest

जयपुर (लखजीत इन्सां)। नए काले कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों को व्यापक जन समर्थन मिल रहा है। राजस्थान-हरियाणा की सीमाओं पर डटे किसानों के साथ राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली के अनेक लेखक, शिक्षक, लोकगायक और चित्रकार समर्थन जताने पहुंच रहे हैं। (Shahjahanpur Kheda Border) कोई लोकगीत प्रस्तुत कर रहा है तो कोई वहीं किसानों के साथ बातचीत में संलग्न है। आंदोलन स्थल पर जनवादी लेखक संघ की ओर से ‘हसन खां मेवाती’ पुस्तकालय की स्थापना की जा चुकी है जहां पर किसान आकर किताबें पढ़ रहे हैं।

आज कर्नाटक से पूर्व मंत्री वी.एस. राव के नेतृत्व किसानों का एक काफिला पहुंच गया है। सुबह तक हिसार सहित हरियाणा के कई जिलों से किसानों की ट्रॉलियां पहुंची। सभा को वी.एस.राव, अमराराम, योगेंद्र यादव, गोपी गुर्जर, मोती सिंह खरीनटा, डॉ.संजय”माधव”आदि किसान नेताओं संबोधित किया।

12 दिनों से जारी है किसानों का शांहजहापुर- खेङा बोर्डर पर पड़ाव

किसान लगातार इस सर्द भरे मौसम में शांहजहापुर – खेङा बोर्डर पर पड़ाव कर रहे हैं और कृषि कानूनों को रदद् करने की मांग कर रहे हैं।

शाहजहांपुर बॉडर पर 28।12/2020 को 24 घंटे के अनशन पर बैठे हमारे साथी इस प्रकार है।

1,डॉ. बलवीर थाकन
2,विजय सिंह ओबरा
3,जितेंद्र शेषमा
4,जयकुमार भगत सिंह
5, अरविंद गठवाल
6 महेंद्र बावल
7,सांवर यादव
8 पुष्कर पोल
9, भगवान सिंह
10, मनीष कांटीवाल गुडली
11, रामचंद्र लोथिया

आंदोलित किसानों को सभी सामाजिक वर्गों का समर्थन मिल रहा है। आज शाहजहांपुर मोर्चे पर आसपास के गांव से लोग दूध, सब्जी, लस्सी, चीनी, अनाज जैसी खाद्य सामग्री भी पहुंचाकर गए हैं।

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