किसान 6 फरवरी का ‘चक्का जाम’ स्थगित करें , वार्ता को आएं आगे : अनिल विज

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बोले-आम लोगों को असुविधा में डालने से बचना चाहिए (Anil Vij)

  • विपक्ष पर लगाया औच्छी राजनीति करने का आरोप

चंडीगढ़ (सच कहूँ ब्यूरो)। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि देश में सभी को आंदोलन करने का अधिकार है, लेकिन इससे आम लोगों की जिंदगी पर बुरा असर नहीं पड़ना चाहिए। किसानों को 6 फरवरी का ‘चक्का जाम’ स्थगित कर देना चाहिए। पूरे मामले का बातचीत से ही हल निकल सकता है। विज यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

केंद्र सरकार आंदोलनकारी किसानों से बातचीत करने को तैयार है

उन्होंने कहा कि देश में हर व्यक्ति को आंदोलन करने का अधिकार है, लेकिन इससे आम लोगों के जीवन को प्रभावित नहीं करना चाहिए। जनजीवन को आंदोलन को बाधित करना सही नहीं है। किसानों को भी आंदोलन करने का अधिकार है, लेकिन उनको आम लोगों को असुविधा में डालने से बचना चाहिए। (Anil Vij) उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार आंदोलनकारी किसानों से बातचीत करने को तैयार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को बातचीत के लिए खुला निमंत्रण दिया है तो फिर ‘चक्का जाम’ करने जैसा कदम उठाने की कोई जरूरत नहीं है।

  • इससे आम लोगों को परेशानी होगी।
  • ऐसे में किसानों को 6 फरवरी को प्रस्तावित ‘चक्का जाम’ आंदोलन वापस ले लेना चाहिए।

किसानों के नाम पर वोट बैंक की राजनीति नहीं की जानी चाहिए

विज ने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए बातचीत के आवेदन को स्वीकार करना चाहिए और पूरे मामले का बातचीत से समाधान करने के लिए आगे आना चाहिए। इस मामले का हल वार्ता से ही हो सकता है। किसानों को आम लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए। विज ने किसान आंदोलन के सहारे राजनीति करने वाली विपक्षी पार्टियों की कड़ी आलोचना की और इसे ओछी सियासत करार दिया। विज ने कहा कि किसानों के नाम पर वोट बैंक की राजनीति नहीं की जानी चाहिए।

  • अनिल विज पिछले दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे।
  • वह हाल में ही इससे ठीक हुए हैं और मंत्री का कामकाज संभालना शुरू किया है।

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