- गौ आधारित कृषि एवं किसान फार्म प्रदर्शनी में डिप्टी स्पीकर, विधायक ने भी की शिरकत
- कृषि मंत्री ने अस्पताल में लगाए गए रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
- कृषि मंत्री ने लाडावास, कासनीखूर्द, गोपालवास गांव का दौरा कर सुनी समस्याएं
भिवानी (इन्द्रवेश)। प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रगतिशील किसान जैविक खेती के साथ अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। जैविक खेती कमाई के साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर रहती है। जैविक खेती को करने के लिए कृषि विभाग द्वारा किसानों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ फसलों में ज्यादा कीटनाशकों के प्रयोग से होने वाले नुकसान के बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है। कृषि मंत्री भिवानी जिला के गांव गावड़ में गौ आधारित कृृषि एवं किसान फार्म प्रदर्शनी के अवसर पर क्षेत्र के किसानों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, आदमपुर के विधायक भव्य बिश्रोई, गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग भी विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।
कृषि मंत्री ने प्रदर्शनी के दौरान पांच प्रगतिशील किसानों व प्राकृतिक खेती को लेकर कार्य करने वाले नागरिकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व कृषि ने सिवानी में अंचीदेवी सेठ मेघराज जिंदल नागरिक अस्पताल में उद्योगपति बाबूलाल जिंदल द्वारा बनाए गए मुख्य द्वार का उदघाटन किया और अस्पताल में लगाए गए रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को बैज लगाकर और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कृषि मंत्री लाडावास, कासनीखूर्द, गोपालवास गांव का दौरा कर आमजन की समस्याएं सुनी और उनके निपटान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। वहीं मंत्री जेपी दलाल ने जनजागृति मंच को 2 लाख रुपए अनुदान देने की घोषणां की। इस मौके पर उन्होंने अस्पताल में राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस के अवसर पर 19 साल तक के बच्चों कुपोषण से बचने के लिए अल्बंडाजोल की गोलियां वितरित की।
कृषि मंत्री ने सिवानी मे अंचीदेवी सेठ मेघराज जिंदल एसडीएच के मुख्य द्वार का किया उदघाटन
कृषि मंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि वे परम्परागत खेती की बजाय सब्जी, फल, फूल, बागवानी उत्पादन, पशुपालन व मछली पालन जैसे व्यवसाय को अपनाएं, ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सकें। कृषि से जुड़े अन्य व्यवसायों को अपनाने पर सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मछली पालन व्यवसाय के लिए सरकार द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत जलीय कृषि करने वाले किसानों को 60 प्रतिशत तक अनुदान, बैंक ऋण तथा बीमा सहित अन्य कई प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत उनके द्वारा दिए गए प्रीमियम से कहीं अधिक की राशि का क्लेम बीमा कंपनी दे रही हंै।
कार्यक्रम में आदमपुर के विधायक भव्य बिश्रोई ने कहा कि किसानों को धान व गेहूं के फसल के स्थान पर ऐसी फसलों का उत्पादन करना होगा, जिनकी बाजार में ज्यादा मांग हो और जो फसलें कम पानी लेती हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हरियाणा में पानी का समान बंटवारा किया है। इसी के फलस्वरूप किसानों को टेल पर भी पानी मिल रहा है ।
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