फौजा सिंह सरारी को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी, कैबिनेट से बाहर होने की लटकी तलवार

Punjab Police Recruitment

आम आदमी पार्टी ने जारी किया नोटिस, कार्रवाई करने के मूड में सीएम भगवंत मान

  • नोटिस का जवाब आने के बाद पार्टी करेगी फैसला, आरोपों को लेकर देना होगा स्पष्टीकरण

चंडीगढ़। (सच कहूँ/अश्वनी चावला) भगवंत मान की कैबिनेट में शामिल फौजा सिंह सरारी की कुर्सी पर तलवार लटकनी शुरू हो गई है, क्योंकि भगवंत मान भ्रष्टाचार के मामले में कोई भी छूट देने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं। इस कारण कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी को आम आदमी पार्टी की तरफ से ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी कर दिया गया है। फौजां सिंह सरारी पर कैबिनेट मंत्री होते हुए भ्रष्टाचार करने के कथित आरोप हैं। अगर फौजां सिंह सरारी इस नोटिस के जवाब में भ्रष्टाचार करने की मंशा के आरोपों को नकारने में अगर असफल हो जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होना लगभग तय है। हालांकि पार्टी स्तर पर उनके जवाब का इंतजार किया जाएगा कि वायरल हुई आॅडियो के मामले में वह क्या स्पष्टीकरण देना चाहते हैं।

यह भी पढ़ें:– घग्घर में बढ़ी पानी की आवक, डूबा भद्रकाली काजवे

जानकारी के अनुसार कैबिनेट मंत्री फौजां सिंह सरारी और उनके ओएसडी तरसेम कपूर की एक आॅडियो वायरल हुई थी, जिसमें इनकी तरफ कथित तौर पर भ्रष्टाचार करने की प्लैनिंग बनाई जा रही थी। इस आॅडियो के वायरल होने के बाद ओएसडी होने का दावा करने वाले तरसेम लाल कपूर ने खुद मीडिया के सामने आकर बताया था कि कैबिनेट मंत्री फौजां सिंह सरारी द्वारा यह भ्रष्टाचार पहली बार ही नहीं किया गया है बल्कि उनके पास ऐसे और भी बहुत से सबूत हैं लेकिन वह आम आदमी पार्टी द्वारा कार्रवाई किए जाने का इंतजार करेंगे, जिसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया और इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं हुई लेकिन अब जानकारी मिल रही है कि आम आदमी पार्टी द्वारा फौजां सिंह सरारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और उनको जल्द से जल्द जवाब देने के लिए भी कहा गया है। फौजा सिंह सरारी से वायरल हो रही आॅडियो और लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों संबंधी स्पष्टीकरन मांगा गया है।

मुख्यमंत्री और पार्टी प्रधान होने के चलते भगवंत मान करेंगे फैसला

फौजा सिंह सरारी का जवाब आने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान इस संबंधी फैसला करेंगे। सीएम भगवंत मान कैबिनेट प्रमुख के साथ ही आम आदमी पार्टी केपंजाब प्रधान भी हैं। इसलिए उनकी तरफ से ही कोई आखिरी फैसला लिया जाना है कि फौजां सिंह सरारी को कैबिनेट मंत्री के पद पर रखना है या फिर उनको कैबिनेट से बाहर किया जाना है। इस संबंधी पार्टी या फिर सीएम स्तर पर कोई भी ब्यान नहीं मिल पाया है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।