बच्चों को सिखाएं हार को भी स्वीकारना
बच्चों का मन कोमल और भावुक होता है। उन्हें समझने की जरूरत है और माता पिता से बेहतर उन्हें कौन समझ सकता है। अपनी आकांक्षाओं को उन पर लादने के बजाय उनका मन टटोलें। लगातार मिलने वाली हार से परेशान बच्चा कई बार निरूत्साहित होकर प्रयास करना ही छोड़ देता है...
माता-पिता की सीख का असर
सैंकड़ों साल पुरानी बात है। एथेंस (यूनान) के विश्वविख्यात तत्ववेत्ता जिस पाठशाला में पढ़ाते थे उसी में एक अत्यंत दरिद्र बालक किलेंथिस भी विद्या अध्ययन करता था। उसके कपड़े फटे-पुराने रहते, तथापि पढ़ाई के बदले दी जाने वाली दैनिक फीस वह नियमित चुकाता था। वह...
बच्चे को सिखाएं शेयर करना
कुछ बच्चों में देने की आदत जन्मजात होती है। उन्हें इसे सिखाना नंहीं पड़ता, लेकिन कुछ बेहद खुदगर्ज प्रवृत्ति लिए पैदा होते हैं। वे अपनी चीज किसी के द्वारा छू भर देने से हंगामा मचा देते हैं। जमीन में पसर जाते हैं। गला फाड़कर चिल्लाने, हाथ-पैर पटकने लगते ...
बच्चों को बनाएं समझदार और मिलनसार
ब च्चे अपने माता-पिता को देखकर ही सब कुछ सीखते है जैसे चलना-बैठना, बोलना, खाना-पीना इत्यादि। बच्चों के लिए उनके माता-पिता हमेशा उनके उदहारण होते हैं, कभी-कभी मुसीबत पड़ने पर वो उनके द्वारा बताए गए मार्गदर्शन का पालन भी करते हैं, और बच्चों को छोटी उम्र...
लालच का नतीजा
शेरसिंह एक कंपनी में काम करता था। आज वह उस कंपनी से रिटायर होने जा रहा था। उस कंपनी से रिटायर होने के उपलक्ष में कंपनी के आफिस में तैयारियां चल रही थीं। आफिस को खूब सुंदर से सजाया गया था। आफिस के कर्मचारी शेरसिंह को उपहार देने के लिए एक से बढ़कर एक ची...
चालाक लोमड़ी की चालाक हरकतें
किसी जंगल में एक शेर तथा एक रीछ रहते थे। उन दोनों में गहरी मित्रता थी। वह साथ उठते साथ बैठते, हंसते, साथ सोते, यहां तक कि वह दोनों एक ही गुफा में एक साथ रहते थे। दोनों में बहुत प्रेम था जंगल के सारे जानवर उनकी मित्रता को देख कर जलते थे।
जब कभी शेर ब...
सोने का खेत : अकबर और बीरबल की कहानी
अकबर के महल में कई कीमती सजावट की वस्तुएं थीं, लेकिन एक गुलदस्ते से अकबर को खास लगाव था। इस गुलदस्ते को अकबर हमेशा अपनी पलंग के पास रखवाते थे। एक दिन अचानक महाराज अकबर का कमरा साफ करते हुए उनके सेवक से वह गुलदस्ता टूट गया। सेवक ने घबराकर उस गुलदस्ते ...
तारों की छांव में
एक गांव में डोरा नामक लड़की और ब्रूटस नामक बंदर में गहरी दोस्ती थी। दोनों एक होटल में काम करते थे। दोनों दुनिया में अकेले थे। डोरा होटल में वेटर का काम करती और ब्रूटस ग्राहकों को हंसाने का काम करता था। एक रात वे होटल में देर रात तक काम कर रहे थे कि डो...
काम की कीमत
यह कहानी एक राजा की है, जिनका नाम था राणा उदय सिंह। राजा अपनी प्रजा से बहुत प्यार करते थे और वह उनका ख्याल भी रखते थे। वह अपने गांव के लोगों के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे। एक दिन राजा अपने कुछ दरबारियों को बुलाकर उनसे कहते हैं ‘जाओ और...
9 महीने के बच्चों के लिए बेहतरीन खिलौने
लेख के इस भाग में हमने कुछ बेहतरीन खिलौनों के बारे में बताया है। अगर आपको इनमें से कोई भी खिलौना पसंद आता है, तो आप नीचे दिए गए बाय नाउ बटन पर क्लिक करके उसे खरीद सकते हैं। आइए जानते हैं 9 महीने के बच्चों के लिए भारत में उपलब्ध सबसे अच्छे खिलौने कौन ...
बच्चों की काल्पनिक दुनिया है, खिलौने
बच्चे के जीवन में खेल का समय अत्यंत ही आनंद उठाने वाला होता है। खेल के क्रियाकलापों में खिलौने बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और ये खिलौने सिर्फ नाममात्र के लिए खेल की वस्तुएँ नहीं होतीं। बल्कि वे बच्चे के जीवन के कार्यों की पूर्ति करते हैं। विभिन्...
अपने बच्चों को शर्मीलेपन से रखें दूर
बच्चों का कितना शर्मीलापन ज्यादा माना जाता है?
बच्चे का ज्यादा या कम शर्माना जैसा कुछ नहीं हैं। अगर आपका बच्चा शर्मीला है और यह बात आपको या बच्चे को परेशान नहीं कर रही है तो कोई बड़ी बात नहीं है। जो बच्चे शर्मीले होते हैं, वे बेहतर श्रोता बनते हैं और...
लालच का नतीजा
हे भगवान, इस वन में अकाल पड़े, सूखा पड़े और बाढ़ आए ताकि वन के जानवर तबाह और बरबाद हो जाएं,' सुंदर वन का महाराज खैरातीलाल सियार रोज भगवान की मूर्ति के आगे हाथ जोड़कर यही प्रार्थना करता था। एक दिन जब वह यही प्रार्थना कर रहा था तो उसकी पत्नी बोली, तुम क्यो...
छोटे बच्चे ऐसे बढ़ाये अपना दिमाग
नमस्कार दोस्तो, आज के ‘सच कहूँ’ कॉलम में हम आपको बताने जा रहे है कि किस तरह आप अपने बच्चों के दिमाग को कैसे बढ़ा सकते है। इस कालम में हम आपको बताएंगे कि किस तरह से आप अपने बच्चों के दिमाग को खेल खेल में ही आसानी से बढ़ा सकते है। बच्चों के दिमाग को कैसे...
लालच बुरी बला है
'हे भगवान, इस वन में अकाल पड़े, सूखा पड़े और बाढ़ आए ताकि वन के जानवर तबाह और बरबाद हो जाएं,' सुंदर वन का महाराज खैरातीलाल सियार रोज भगवान की मूर्ति के आगे हाथ जोड़कर यही प्रार्थना करता था।
एक दिन जब वह यही प्रार्थना कर रहा था तो उसकी पत्नी बोली, ‘तुम क...