पराली न जलाने वाली पंचायतों को मिलेगा पांच, तीन और दो लाख का पुरस्कार

Five, three and two lakh prizes will be given to panchayats that do not burn stubble
हिसार (सच कहूँ ब्यूरो)। हिसार जिला उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा है कि रेड जोन गांवों में जीरो बर्निंग का लक्ष्य प्राप्त करने वाली पंचायतों को राज्य स्तर पर पांच, तीन और दो लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया जाएगा। डॉ. सोनी ने किसानों से आह्वान किया कि वे फसल अवशेष प्रबंधन के तहत मशीनों द्वारा खेत में या खेत के बाहर पराली की गांठ बना सकते हैं। इससे प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी, वहीं भूमि की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ेगी। गांठ बनाने वाले किसानों के लिए सरकार 50/-रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से प्रोत्साहन देगी। उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की कृषि अभियंत्रण शाखा और हरियाणा कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रोद्यौगिकी संस्थान जींद ने हिसार जिले के सभी रेड जोन घिराय, काजल, नारनौंद, औंरग शाहपूर, राजपुरा, चमारखेड़ा, बिठमड़ा तथा पाबड़ा गांवों में किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के तहत मशीनरी के संचालन, मरम्मत एवं तकनीकों के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान किसानों को सुपर सीडर, बेलर आदि आधुनिक मशीनों के फिल्ड प्रदर्शन द्वारा भी समझाया जा रहा हैं ताकि किसान बारीकी से जानकारी प्राप्त करके मशीनों का सफल संचालन कर सकें।

 

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