जब पूज्य गुरु जी के स्वागत में चला… बहारों फूल बरसाओ…

सच कहूँ/विजय शर्मा
गांधीधाम। जब गुजरात का गांधीधाम एक बार फिर डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह
जी इन्सां के स्वागत के लिए दुल्हन की तरह सजा। पूज्य गुरु जी द्वारा  (Gujarat Online Gurukul) आनलाइन गुरुकुल के दौरान दूसरा रूहानी सत्संग फरमाने पर गुजरात की समस्त साध-संगत ने पावन नारा ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा ’’ का पावन नारा बोलकर डॉ. एमएसजी का कोटि-कोटि आभार जताया। आपको बता दें कि जैसे ही पूज्य गुरु जी ने गुजरात का नाम लिया, गुजरात की साध-संगत ने पूज्य गुरु जी का स्वागत … बहारों फूल बरसाओ, मेरा महबूब आया है… गाकर किया। आइयें देखते हैं वीडियों में…

साध-संगत ने की गुजरात पधारने की अरदास

आनलाइन रूबरू कार्यक्रम के दौरान समस्त साध-संगत ने जहां पूज्य गुरु जी को डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक
बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज के अवतार माह की बधाई दी वहीं साध-संगत ने पूज्य गुरु जी से गुजरात पधारने की हाथ जोड़कर अरदास की। जिस पर पूज्य गुरु जी ने वचन फरमाये कि बेटा! राम जी ने जब चाहा तो जरूर आएंगे

‘‘दर्शन करे जो डॉ. एमएसजी के उसके युगों-युगों के पाप कट जाएं’’

इस मौके पर कविता इन्सां ने चंद शब्दों में अपने सतगुरु जी के आगमन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ‘‘दूर से देखा तो ‘हीरा’ चमक रहा था, पास आकर देखा तो मेरे मुर्शिद-ए-कामिल आ रहे थे’’। वहीं एक सेवादार भाई ने पूज्य गुरु जी के हुक्मानुसार अपनी भावना प्रकट करते हुए कहा कि ‘‘तेरावास दिखे, दु:ख जाए, दर्शन करे जो डॉ. एमएसजी के उसके युगों-युगों के पाप कट जाएं’’

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