कोरोना संकट में देश का पेट भर रहा हरियाणा

Grain Supply Haryana

मदद। रोजाना 20-25 रेल गाड़ियों में दौड़ रहा खाद्यान्न, अधिकारी दिन-रात मुस्तैद (Grain Supply Haryana)

  • केन्द्र सरकार को मिली बड़ी राहत, पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध

अश्वनी चावला/सच कहूँ चंडीगढ़। कोरोना के संकट के बीच हरियाणा का अन्नदाता देश के लिए संकट मोचक बन गया है। राज्य से भारी मात्रा में अनाज रेल गाड़ियों के द्वारा देश के कोने-कोने में भेजा जा रहा है, जहां ये दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे गरीब, भूखे लोगों का पेट भर रहा है।  हरियाणा के गोदामों से रोजाना 20 से 25 गाड़ियां भरकर अनाज देश के कोने-कोने में पहुंचाया जा रहा है। ताकि इस मुश्किल घड़ी में केन्द्र सरकार जरूरत के अनुसार गरीबों तक इस अनाज को पहुंचा सके। भुखमरी जैसी स्थिति से देश को बचाने के लिए हरियाणा खाद्य व आपूर्ति विभाग के उच्च अधिकारी भी दिन-रात एक करते हुए इस कार्य में जुटे हुए हैं।

जानकारी अनुसार देशभर में पंजाब के बाद हरियाणा ही एक ऐसा राज्य है, जहां पर कृषि बड़े स्तर पर होती है और हरियाणा के किसान गेहूं के साथ चावल पैदा करते हुए पूरे देश भर के लोगों का पेट भरते रहे हैं। दशकों पहले आए एक बुरे दौर में अन्न संकट के वक्त भी हरियाणा के अन्नदाता ने पहल करते हुए देश का पेट भरा था। ऐसे में कोरोना जैसी महामारी आने के पश्चात आम लोगों का कमाई का साधन खत्म होने के चलते उन्हें दो वक्त की रोटी तक नसीब नहीं हो पा रही है।

विभिन्न राज्यों में भेजा जा रहा गेहूं और चावल

जिसके चलते केन्द्र सरकार कई तरह की स्कीमों के तहत ऐसे परिवारों को राशन पहुंचा रही है तो कई राज्य अपने स्तर पर राशन पहुंचाने की कोशिशों में जुटे हैं। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए हरियाणा में पड़े सरप्लस गेहूं व चावल का उपयोग इस संकट की घड़ी में जूझ रहे लोगों की मदद के लिए किया जा रहा है। हरियाणा से पिछले 2 महीने में आठ लाख मैट्रिक टन गेहूं व छह हजार से ज्यादा मीट्रिक टन चावल दूसरे राज्यों में भेजा जा चुका है। अभी भी हरियाणा से रोजाना गाड़ियां भर कर अनाज दूसरे राज्यों की तरफ भेजा जा रहा है।

हरियाणा के पास एक साल तक देश का पेट भरने का अनाज उपलब्ध

इस विकट स्थिति के चलते देश को अगर अगले 1 साल तक भी जरूरत पड़ी तो हरियाणा देश के एक भी व्यक्ति को भूखा नहीं रहने देगा। क्योंकि राज्य के पास अभी भी सरप्लस में इतना अनाज उपलब्ध है कि वह रोजाना 20 से 25 गाड़ियां भेजने के साथ ही देश को 1 साल तक अनाज सप्लाई कर सकता है। जिस कारण हरियाणा का अन्नदाता इस समय अपनी अहम भूमिका निभा रहा है  तो बड़े स्तर पर हरियाणा सरकार भी इस कार्य में जुटी हुई है।

65 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 31 लाख मीट्रिक टन चावल का स्टॉक

हरियाणा के गोदामों में इस समय 65 लाख 35 हजार मीट्रिक टन गेहूं का स्टॉक पड़ा है। वहीं 31 लाख 61 हजार मीट्रिक टन चावल हरियाणा के गोदामों व सैलरों में भरा है, जबकि इन दिनों 1 लाख मीट्रिक टन से भी ज्यादा गेहूं हरियाणा के पास आने वाला है। जिसके चलते हरियाणा के पास अनाज की किसी भी तरह की कोई कमी नहीं है। जरूरत पड़ी तो वह पहले से भी दोगुनी मात्रा में देशभर में अनाज की सप्लाई कर सकता है।

कब-कब कितने अनाज की सप्लाई

फरवरी 3,90,051 मीट्रिक टन, 1762 मीट्रिक टन, 1 से 22 मार्च 2,35,292 मीट्रिक टन,  1272 मीट्रिक टन, 23 से 31 मार्च 77,937 मीट्रिक टन,  679 मीट्रिक टन ,  1 से 11 अप्रैल 105,249 मीट्रिक टन,  2643 मीट्रिक टन

सप्लाई रोजाना जारी, नहीं आएगी दिक्कत

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग हरियाणा के एडिशनल मुख्य सचिव पी.के. दास ने बताया कि हरियाणा की तरफ से रोजाना अनाज की सप्लाई डिमांड के अनुसार की जा रही है और अभी तक सप्लाई में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि आगे आने वाले समय में भी किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए हरियाणा सरकार के अधिकारी इस कार्य में दिन-रात एक करके जुटे हुए हैं।

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