भुखमरी और खाद्यान की बर्बादी
एक तरफ उसे खाद्यान्न भंडारण क्षमता में पर्याप्त वृद्धि करनी
चाहिए ताकि अन्न की बर्बादी का सिलसिला रुक सके।
लॉकडाउन की मजबूरी ने बदला जीवन का नजरिया
यह अच्छी बात है कि बड़ी संख्या में जनता ने मास्क पहनने व सामाजिक दूरी के नियमों की पालना को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बना लिया है।
जीवन क्या है?
वह हाथी काल था, मगरमच्छ मृत्यु था, मधु जीवनरस था और काला तथा सफेद चूहा रात-दिन। इन सबका सम्मिलित नाम ही जीवन है।’


























