इंडियन नेवी दुनिया की सबसे घातक सबमरीन लेने को तैयार

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नई दिल्ली: चीन से सिक्किम के डोकलाम एरिया में जारी विवाद के बीच इंडियन नेवी अपनी ताकत बढ़ाने को तैयार है। इसी महीने नेवी को दुनिया की सबसे घातक सबमरीन (पनडुब्बी) में से एक INS कलवारी मिलने की उम्मीद है। ये स्‍कॉर्पीन क्‍लास की सबमरीन है। बेड़े में इसके शमिल होने से इंडियन नेवी को बड़ी राहत मिलेगी।

क्या है इसकी खासियत?

  • INS कलवारी डीजल और इलेक्ट्रिक सबमरीन है।
  • इसमें लगे गाइडेड वेपंस दुश्‍मन पर सटीक हमला कर उसे पस्‍त करने की ताकत रखते हैं।
  • टॉरपीडो के साथ हमलों के अलावा इससे पानी के अंदर भी हमला किया जा सकता है।
  • साथ ही सतह पर पानी के अंदर से दुश्‍मन पर हमला करने की खासियत भी इसमें है।
  • यह डीजल और इलेक्ट्रिक दोनों ही ताकतों से लैस है।
  • इस पनडुब्‍बी को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे किसी भी तरह की जंग में ऑपरेट किया जा सकता है।
  • इस पनडुब्‍बी में इस तरह के कम्‍युनिकेशन मीडियम हैं कि दूसरी नेवल टास्‍क फोर्स के साथ आसानी से कम्‍युनिकेट किया जा सके।
  • यह स्‍कॉर्पीन सबमरीन हर तरह के इंटेलिजेंस को इकट्ठा करने जैसे कामों को भी बखूबी अंजाम दे सकती है।
  • इस सबमरीन को वेपंस लॉन्चिंग ट्यूब्‍स से लैस किया गया है।
  • इसकी वजह से बीच समंदर में ही इस पर हथियार लोड किया जा सकता है
  • किसी भी पल हमले को अंजाम दिया जा सकता है।

फ्रांस की कंपनी ने मुहैया कराई है टेक्नोलॉजी

मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDSL) डिफेंस मिनिस्ट्री के तहत डिफेंस प्रोडक्ट्स तैयार करती है। MDSL प्रोजेक्ट 75 (P-75) के तहत फ्रांसीसी कंपनी DCNS के साथ मिलकर स्‍कॉर्पीन क्‍लास की सबमरीन्स तैयार कर रही है। फ्रांसीसी कंपनी ने इसके लिए टेक्नोलॉजी मुहैया कराई है। INS कलवारी को पिछले साल सितंबर में ही नेवी को सौंपा जाना था, लेकिन ट्रायल में देरी के चलते इसकी डेडलाइन टालनी पड़ी।

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