विद्यार्थियों को पुरानी विरासत से अवगत करवाना प्रशंसनीय प्रयास: आईजी

विरासती उत्सव के तीसरे दिन लोगों ने की विरासती स्थानों की सैर

पटियाला(खुशवीर सिंह तूर)।

पंजाब के सांस्कृतिक व पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन की ओर से इंडियन ट्रस्ट फार रुरल हेरिटेज एंड डिवैल्पमैंट के सहयोग से करवाए जा रहे पटियाला हेरिटेज फेस्टिवल -2019 के तीसरे दिन वीरवार को पटियाला की युवा पीढ़ी को शहर के विरासती स्थानों का दौरा करवाने के लिए पटियाला फाउंडेशन की ओर से एक विरासती सैर (हेरिटेज वॉक) का आयोजन किया गया।

विरासती सैर को आईजी पटियाला एएस राय ने शाही समाधियों से झंडी दिखाकर रवाना किया। उनके साथ एडीसी पूनमदीप कौर, एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू, एसडीएम समाना नमन मड़कण और पटियाला फाउंडेशन के चीफ फंक्शनरी रवि आहलूवालिया व अन्य गणमान्यजन मौजूद थे। इस विरासती सैर ने पटियाला की शाही समाधियों से किला मुबारक तक शहर के अंदर बने हुए विरासती रास्ते से होते हुए पुराने शहर की सैर की। इस विरासती सैर के काफिले में सरकारी महेन्द्रा कालेज, सरकारी कॉलेज लड़कियां, स्टेट कॉलेज आॅफ एजुकेशन, एमएम मोदी कॉलेज, बिक्रम कॉलेज आॅफ कॉमर्स, सरकारी माध्यमिक स्कूल घास मंडी, सरकारी हाई स्कूल सनौरी अड्डा, ढुड्याल खालसा स्कूल, बूढ़ा दल पब्लिक स्कूल, यादविन्द्रा पब्लिक स्कूल, पटियाला स्कूल फार ब्लायंड, दी ब्रिटिश को एड स्कूल सहित अन्य कई स्कूलों और कालेजों के बड़ी संख्या में विद्यार्थियों सहित शहर निवासियों ने शिरकत की।

स्थानीय निवासियों ने विरासती सैर का  किया भव्य स्वागत

विरासती सैर शाही समाधियों से शुरू होकर हवेली मोहल्ला छत्ता नानूंमल, बर्तन बाजार, मिश्री बाजार, रूप चंद मोहल्ला, सांपों वाली गली, राजेश्वरी शिव मंदिर, कोतवाली, दर्शनीय ड्यूडी से होती हुई किला मुबारक में जाकर समाप्त हुई। इस दौरान रवि आहलूवालिया ने इस सैर में शामिल हुए विद्यार्थियों व अन्य गणमान्यजनों को इस रास्ते में आए हर स्थान का महत्व बताया गया। सबसे पहले शाही समाधियों संबंधी जानकारी दी गई कि यहां पटियाला रियासत के संस्थापक बाबा आला सिंह सहित पटियाला रियासत के अन्य पारिवारिक सदस्यों की समाधियां स्थित हैं। इस विरासती सैर का स्थानीय निवासियों ने भव्य स्वागत भी किया।

पूनमदीप कौर ने समूह पटियालावासियों को विरासती उत्सव में भारी तादाद में पहुंचने का दिया न्योता

आईजी एएस राय ने कहा कि विरासती उत्सव मौके जिला प्रशासन की ओर से पटियाला फाउंडेशन के सहयोग से किया गया विरासती सैर का प्रयास प्रशंसनीय कदम है, इसके साथ विद्यार्थियों को अपने शहर की 256 सालों से भी पुराने विरासती अस्तित्व का पता चला है और इन्होंने आज उन स्थानों को देखा और इसका इतिहास जाना है, जिससे सभी लोग जानकार नहीं होते। पूनमदीप कौर ने समूह पटियालावासियों को विरासती उत्सव में भारी तादाद में पहुंचने का खुला न्योता दिया।

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