जीवन साथी कैसा होना चाहिए? सुनिये गुरु जी की जुबानी

Jeevan Saathi Kaisa Hona Chahiye

बरनावा। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां वीरवार रात्रि आॅनलाइन गुरूकुल के माध्यम से युवाओं से रूबरू हुए। इस दौरान पूज्य गुरू जी ने युवाओं द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया। इसके साथ ही युवाओं को जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्त जीवन जीने के टिप्स भी दिए।
सवाल : गुरू जी जब हमारी आयु शादी के लायक हो जाती है तो हमारी टैंशन होती है कि हमारी लाइकिंग, हमारी थिकिंग जीवन साथी से मिलती है या नहीं तो अपने लिए परफैक्ट पार्टनर (जीवनसाथी) कैसे चुनें।
पूज्य गुरू जी का जवाब : हमारे ख्याल से पुराने समय से जो चली आई रीत है हमारे धर्मों की, कि उसमें माँ-बाप जाया करते थे। वे गुणों और अवगुणों का पता किया करते थे, वो बैस्ट था। लेकिन फिर भी आज की नौजवान पीढ़ी चाहती है कि वो खुद इन चीजों से रूबरू हो तो उसके लिए यही जरूरी है कि आप किसी ऐसी माध्यम के द्वारा अपने माँ-बाप के साथ जाकर, परिवार के साथ जाकर कोई ऐसी सांझी जगह पर बैठकर बातें करें ताकि आपको पता चल जाए कि सामने वाला आपके लिए सही है या नहीं। बातों के बिना तो हमें नहीं लगता कि ये संभव हो पाएगा।
सवाल : गुरू जी आॅफिस में नेगेटिविटी का माहौल रहता है। ऐसे माहौल में खुद को मोटिवेट कैसे रखें? चार्जअप कैसे रखें?
पूज्य गुरू जी का जवाब : अगर आपके पास नेगेटिविटी का माहौल रहता है तो अपने अंदर विल पावर (आत्मविश्वास) को जगाए रखो। क्योंकि उसके लिए आप आॅफिस में कुछ नहीं कर सकते, लेकिन जब आप घर पर हैं तो शाम के समय मेडिटेशन करें, सुबह उठकर मेडिटेशन करें। वॉक करें, घूमते हुए मेडिटेशन करें तो माइंड फ्रैश लेकर आप जब जाएंगे तो वहां का जो वातावरण है वो आप पर असर नहीं करेगा और आप फ्रैश रहेंगे। Dera chief

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