राजस्थान के 5 जिलों में प्रतिदिन मर रही 100 से अधिक गाय

Lumpy Skin

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। पशुपालन निदेशालय के शासन सचिव पीसी किशन हनुमानगढ़ पहुंचे। उन्होंने यहां सर्किट हाउस में पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ गोवंश में lumpy in डिजीज को लेकर समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ जिला स्तरीय अधिकारियों से लम्पी स्किन डिजीज से संबंधित फीडबैक लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही जिले में लम्पी स्किन डिजीज की प्रभावी रोकथाम के निर्देश दिए। शासन सचिव ने निर्देश दिए कि पशुओं में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज की प्रभावी रोकथाम के लिए पशुपालकों के साथ-साथ आमजन को भी जागरूक किया जाए। संक्रमित पशुओं को गॉट पॉक्स वैक्सीन नहीं लगाने के निर्देश देते हुए उन्होंने अब तक जिले में हुए पशु सर्वे और संक्रमित पशुओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उपचारित और मृत पशुओं की जानकारी लेने के पश्चात मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए शासन सचिव पीसी किशन ने बताया कि लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए राजस्थान सरकार की ओर से गंभीरता पूर्वक प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में लम्पी स्किन डिजीज को लेकर स्थिति नियंत्रण में है।

 संक्रमित पशुओं को गॉट पॉक्स वैक्सीन नहीं लगाने के दिए निर्देश

सरकार के निर्देश हैं कि हर जिले में पर्याप्त दवाइयां और स्टाफ उपलब्ध करवाया जाए। प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाए। इन्हीं प्रयासों के परिणामस्वरूप इस बीमारी से ग्रसित गोवंश की मौतों का आंकड़ा घटा है। वर्तमान में पूरे प्रदेश में मात्र पांच ऐसे जिले हैं जहां रोजाना 100 से अधिक गायों की मौत लम्पी स्किन डिजीज से हो रही है। इनमें हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, जोधपुर और नागौर जिले शामिल हैं। इसके अलावा अन्य जिलों में रोजाना 50 से कम गोवंश की मौत हो रही है। हनुमानगढ़ में रोजाना 170 गोवंश की मौत इस बीमारी से हो रही है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से लोगों को ज्यादा आतंकित होने की बात नहीं। जिले में पशुओं की संख्या के आधार पर मौतों का आंकड़ा देखा जाए तो स्थिति चिंताजनक नहीं कही जा सकती।

हनुमानगढ़ जिले में रोजाना लम्पी से मर रही 170 गाय

हनुमानगढ़ जिले में स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन फिर भी राज्य सरकार के निर्देश पर गोवंश की मौतों का आंकड़ा घटाने के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। राज्य स्तर के अलावा जिला स्तर पर भी कंट्रोल रूम बनाया गया है। अगर गोशाला में कोई गोवंश इस बीमारी की चपेट में आता है तो उसका आइसोलेशन कर उपचार के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके अलावा लम्बी स्किन डिजीज से ग्रसित गोवंश का मौत के बाद निष्पादन वैज्ञानिक तरीके से किए जाने के लिए कहा जा रहा है। इस कार्य में जिला परिषद व ग्राम पंचायत सरपंचों का सहयोग लिया जा रहा है। इसके अलावा गोवंश को हाई डोज ट्रीटमेंट न दें। संक्रमित पशुओं को गॉट पॉक्स वैक्सीन नहीं लगाने के निर्देश दिए गए हैं। शासन सचिव पीसी किशन ने कहा कि हनुमानगढ़ में रिकवरी भी काफी तेजी से हो रही है। पशुपालन विभाग का पूरा स्टाफ फील्ड में मुस्तैद है। उन्होंने बताया कि पांच सौ का अतिरिक्त स्टाफ लगाने का अनुमोदन भी मुख्यमंत्री ने कर दिया है। इनमें 200 चिकित्सक और 300 एलएसए शामिल हैं। सात दिन में इनकी भर्ती कर दी जाएगी।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।