मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे के बाद प्रभु का आदेश- शाम तक बताएं कौन है जिम्मेदार

Muzaffarnagar Train Accident, Suresh Prabhu, Death, Rescue Operation, Investigation

मुजफ्फरनगर। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने उत्कल एक्सप्रेस हादसे पर रेलवे बोर्ड चेयरमैन को रविवार शाम तक हर हाल यह बताने को कहा है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है। शुरुआती जांच में रेलवे की लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि ट्रैक पर दो दिन से काम चल रहा था। ट्रेन के ड्राइवर को कॉशन कॉल नहीं मिला। ढीली कपलिंग वाले ट्रैक से ट्रेन 105Kmph की रफ्तार से गुजरी और पटरी से उतर गई। अमूमन ऐसी जगह रफ्तार 15-20Kmph रखी जाती है।

रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि वह हालात पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और पटरियों की मरम्मत उनकी शीर्ष प्राथमिकता है। रेलमंत्री ने टि्वटर पर लिखा है, ‘मरम्मत प्राथमिकता है। सात डिब्बों को हटा दिया गया है। घायलों के लिए सर्वश्रेष्ठ संभव चिकित्सा सेवा की व्यवस्था की जा रही है। हालात पर करीब से नजर रख रहा हूं।’

अज्ञात लोगों के खिलाफ लापरवाही की वजह से मौत का केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली में कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में 23 लोगों की जान चली गई, जबकि 150 से ज्यादा जख्मी हैं। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि पटरी से उतरे 13 कोच एक-दूसरे पर जा चढ़े। यहां तक कि एक कोच पास के मकान में और दूसरा कोच ट्रैक के किनारे स्थित तिलक राम इंटर कॉलेज कॉलेज में जा घुसा।

इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304A (लापरवाही की वजह से मौत) का केस दर्ज किया गया है। वहीं इस हादसे को लेकर रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पहली नजर में मिले सबूतों के आधार पर आज शाम तक जबावदेही तय करने के निर्देश दिए हैं।

15Kmph के बजाय 105Kmph थी ट्रेन की स्पीड

बताया जा रहा है कि हादसे वाली जगह पर करीब 200 मीटर ट्रैक लंबे समय से खराब है। अक्सर फ्रैक्चर के कारण यहां ट्रेनें धीमी रफ्तार से निकलती हैं। यह ट्रैक बदलने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड मंजूर कर चुका है, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि काम चलने की वजह से निर्देश था कि यहां से गुजरने वाली ट्रेनों की स्पीड 10 से 15Kmph के बीच होगी, लेकिन उत्कल के ड्राइवर ने इस निर्देश को नजरअंदाज करते हुए करीब 105Kmph की स्पीड से ट्रेन गुजारी।

रेलवे बोर्ड के मेंबर मोहम्मद जमशेद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शनिवार शाम को उत्कल एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरी से उतरे। राहत-बचाव कार्य में NDRF की मदद ली गई। बचाव कार्य में स्थानीय लोगों ने भी मदद की। उन्होंने कहा कि 10 बजे तक रेलवे ट्रैक बहाल होने की उम्मीद है। जो भी घटना हुई कमिश्नर रेलवे सेफ्टी, उत्तरी मंडल कल से उसकी जांच करेंगे।

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।