अवतार दिवस पर उमड़ा श्रद्धा का समुद्र

Incarnation day

मानवता भलाई कार्यों को समर्पित रहा बेपरवाह सार्इं शाह
मस्ताना जी महाराज का पावन अवतार दिवस

  • डेरा सच्चा सौदा में उमड़ी अथाह आस्था
  • जन सैलाब के समक्ष छोटा पड़ा पंडाल
  • 12 विकलांगों को दी गई ट्राइसाइकिल
  • 15 जरूरतमंद महिलाओं को मिली सिलार्इं मशीने
  • 4 जरूरतमंदों को मिले आशियाने

सरसा (सुनील वर्मा)। डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक पूज्य बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का 128वां पावन अवतार दिवस शाह सतनाम जी धाम में मनाया गया। इस अवसर पर असीम आस्था का अद्भूत नजारा देखने को मिला। भारी संख्या में उमड़ी साध-संगत के दृढ़ विश्वास के समक्ष पंडाल सहित सभी इंतजामात छोटे पड़ते दिखाई दिए। एक बजे तक ही सत्संग पंडाल पूरी तरह भर चुका था और भारी संख्या में साध-संगत पंडाल से बाहर भी मौजूद रही। नामचर्चा की समाप्ति तक साध-संगत का आना अनवरत जारी रहा।

पावन अवतार दिवस पर मंगलवार को शाह सतनाम जी धाम में बड़े स्तर पर नामचर्चा का आयोजन हुआ। नामचर्चा की शुरूआत में सत्संग पंडाल में सजी साध-संगत ने ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ के पवित्र नारे के साथ पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार दिवस की बधाई दी। समूचा पंडाल पवित्र नारे की रूहानी ध्वनि से गुंजायमान हो उठा। इसके पश्चात कविराज भाइयों ने भक्तिमय भजनों के माध्यम से सतगुरु की महिमा का गुणगान किया। तदोपरांत पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की एक रिकॉर्डिड वीडियो चलाई गई, जिसमें पूज्य गुरु जी ने बेपरवाह सार्इं मस्ताना जी महाराज के पवित्र जीवन और उनके मानवता पर किए गए परोपकारों पर प्रकाश डाला।

Incarnation day

पूज्य गुरु जी के रिकॉर्डिड वचनों को बड़ी-बड़ी स्क्रीनों के माध्यम से पंडाल में खचाखच बैठी साध-संगत ने तन्मयता से सुना। वहीं आश्रम के चारों तरफ सड़कों पर कई-कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी रहीं। इस अवसर पर पूज्य गुरु जी द्वारा शुरू की गई बेटी से वंश चलाने की मुहिम ‘कुल का क्राऊन’ के तहत एक शादी संपन्न हुई। वहीं दिव्यांगजनों (विकलांगों) को 12 ट्राइसाइकिलें, जरूरतमंद महिलाओं को 15 सिलाई मशीनें और आशियाना मुहिम के तहत साध-संगत द्वारा बनाए गए चार मकानों की चाबियां पात्र परिवारों को सौंपी गई। इसके अलावा डेरा सच्चा सौदा की मर्यादानुसार दिलजोड़ मामला पहनाकर 15 युगल विवाह बंधन में बंधे।

नामचर्चा में भारी संख्या में उमड़ी साध-संगत को कुछ ही मिनटों में प्रशाद और लंगर भोजन खिलाया गया। उल्लेखनीय है कि पूज्य सांई शाह मस्ताना जी महाराज ने सन् 1891 में कार्तिक की पूर्णमासी के दिन गाँव कोटड़ा, तहसील गंधेय जिला बिलोचिस्तान (वर्तमान में पाकिस्तान में है) में पूज्य पिता पिल्लामल जी व पूज्य माता तुलसां बाई जी के घर अवतार धारण किया। आपजी ने 29 अप्रैल 1948 में डेरा सच्चा सौदा की नींव रखी।

कुल का क्राऊन’ बेटी से भी चलेगा वंश

 पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा बेटी से वंश चलाने के लिए शुरू की गई मुहिम ‘कुल का क्राऊन’ के तहत पावन भंडारे के अवसर पर कुल का क्राऊन खुशप्रीत इन्सां पुत्री माता लखविन्द्र इन्सां-पिता खुशवीर इन्सां निवासी बादल (मुक्तसर साहिब) पंजाब, भक्त मर्दगाजी सुरेन्द्र इन्सां पुत्र माता सर्वजीत-पिता परमजीत इन्सां निवासी श्रीगंगानगर के संग विवाह बंधन में बंधी। बता दें कि यह मुहिम पूज्य गुरु जी ने उन परिवारों की व्यथा को समझते हुए शुरू की थी, जिनके परिवार में सिर्फ बेटियां ही हैं। इसके तहत बेटी यानि कुल का क्राऊन, दूल्हे यानि भक्त मर्द गाजी को ब्याह कर अपने घर ले जाती हैं। यानि लड़की दूल्हे के ब्याह कर घर ले जाती है और इस तरह बेटी से परिवार का वंश चलता है।

 

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