पासपोर्ट का रंग बदलने से खून के रिश्ते नहीं बदलते: नीदरलैंड्स में बोले मोदी

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New Delhi: नरेंद्र मोदी 3 देशों के दौरे के अपने आखिरी पड़ाव में मंगलवार को नीदरलैंड्स पहुंचे। मोदी ने हेग में भारतीय कम्युनिटी के बीच भोजपुरी में स्पीच शुरू की। उन्होंने कहा, ”दुनिया के जिन-जिन देशों में भारतीयों को ले जाया गया, वहां 150 साल बीत गए, पीढ़ियां गुजर गईं, लेकिन भारतीयों ने अपनी परंपरा को बरकरार रखा। इसके लिए मैं उनको बधाई देता हूं। दुनिया के हर कोने में हिंदुस्तानी राष्ट्रदूत हैं। पासपोर्ट का रंग बदलने से खून के रिश्ते नहीं बदलते हैं।” मोदी ने डच पीएम मार्क रूटे से मुलाकात की। बाद में मोदी क्वीन मैक्सिमा और किंग विलियम एलेक्जेंडर से विला एकेनहॉर्स्ट में मिले। मोदी पुर्तगाल, अमेरिका और नीदरलैंड्स विजिट पूरी करने के बाद दिल्ली रवाना हो गए। बता दें, 13 साल बाद कोई भारतीय पीएम यहां पहुंचे। 2004 में मनमोहन सिंह गए थे।

जड़ों से जुड़े लोगों को हिलाया नहीं जा सकता

प्रधानमंत्री ने कहा, ”लोहे का एक गोला कितना भी बड़ा क्यों ना हो उसे थोड़ा सा जोर लगाकर अपनी जगह से हटाया जा सकता है। लेकिन एक पेड़ जिसकी जड़ें जमीन में फैली हैं उसे हिलाया भी नहीं जा सकता। जड़ों से जुड़े रहने की ताकत क्या होती है ये मेरे सूरीनाम के भाइयों से सीख सकते हैं।”

पासपोर्ट का रंग बदलने से खून के रिश्ते नहीं बदलते

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यहां रहने वाले लोगों के पासपोर्ट का रंग कोई भी हो लेकिन पासपोर्ट का रंग बदलने से खून के रिश्ते नहीं बदलते। मैं सभी भारतीयों से कहना चाहता हूं कि पासपोर्ट का रंग देखकर रिश्ते ना जोड़ें। हमारे पूर्वज एक ही हैं।”

आप सब लोग यहां राजदूत नहीं राष्ट्रदूत हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “किसी भी दूसरे देश में एंबेसी होती है, एंबेस्डर होते हैं। अधिकारी होते हैं जिन्हें राजदूत कहते हैं। लेकिन आप सब लोग यहां राजदूत नहीं राष्ट्रदूत हैं।”

दुनिया के नेता मुझे देखकर आशचर्य करते हैं

प्रधानमंत्री ने कहा, “दुनिया को भारत की विविधता देखकर आश्चर्य होता है। दुनिया कोई भी संप्रदाय हो पंथ हो उससे जुड़े लोग भारत में जरूर हैं। हमारे यहां 100 से ज्यादा भाषाएं हैं, अनेक बोलियां हैं इसे देखकर दुनिया को आश्चर्य होता है। जब मैं किसी दूसरे देश के नेता से 125 करोड़ भारतीयों का नेता हूं तो वो आश्चर्य से देखते हैं। उन्हें लगता है कि हम छोटा सा देश नहीं चला पा रहे और आप 125 करोड़ लोगों का देश चला रहे हैं।”

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