नासा: मंगल पर अपॉर्च्युनिटी रोवर का सफर खत्म; 90 दिन के लिए भेजा था, 15 साल चला

Opportunity rover finish on Mars Was sent for 90 days ran for 15 years

2004 में अपॉर्च्युनिटी को लॉन्च किया गया था; इसे एक किमी चलना था, 45 किलोमीटर चला

न्यूयॉर्क। मंगल ग्रह के राज जानने के लिए भेजे गए रोवर अपॉर्च्यूनिटी का सफर बुधवार को खत्म हो गया। बुधवार को नासा ने (Opportunity rover finish Mars Was sent for 90 days ran for 15 years) यह ऐलान किया। 2004 में इसे सिर्फ तीन महीने के अभियान पर और लाल ग्रह की सतह पर एक किलोमीटर का सफर तय करने के लिए भेजा गया था, हालांकि इससे 15 साल तक सेवाएं दीं। मंगल पर पिछले साल जून में रेतीला तूफान आया था।

इससे अपॉर्च्यूनिटी के ट्रांसमिशन पर बुरा असर पड़ा। नासा के एडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्रिडेंस्टाइन ने ट्वीट कर बताया कि रोवर से संपर्क साधने के 800 से अधिक प्रयास किए गए। आखिरकार संपर्क नहीं होने पर इसे मृत घोषित कर दिया गया। यह आठ महीने से शांत पड़ा था।

आठ महीने से बंद पड़ा था, 800 बार संपर्क करने की कोशिश की गई

मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर जॉन कल्लास ने कहा कि रोवर को गुडबाय कहना दुखद है, लेकिन हमें याद रखना होगा कि यह 15 सालों का अविश्वसनीय एडवेंचर रहा। इस रोवर को मंगल की सतह पर एक किलोमीटर की यात्रा के लिए तैयार किया गया था। हालांकि, इसने रिकॉर्ड 45 किलोमीटर का सफर तय किया। अपॉर्च्यूनिटी और इससे पहले ट्विन रोवर स्पिरिट इस बता के सबूत दे चुके हैं कि मंगल पर कभी पानी बहता था। यहां सूक्ष्मजीवों के पनपने की भी संभावना है।

अभी क्यूरोसिटी रोवर मंगल पर कर रहा खोज

नासा का ही क्यूरोसिटी रोवर भी मंगल ग्रह के वातावरण और सतह की जांच कर रहा है। हाल ही में इस रोवर ने मंगल की चट्टानों के कुछ नमूने इकट्ठा किए थे और इनका परीक्षण भी किया था। यह रोवर अगस्त साल 2012 में मंगल पर पहुंचा था।

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।