पटियाला हिंसा : अफवाह फैलाने वालों पर प्रशासन की कड़ी नजर

Patiala Violence Case

सोशल मीडिया मॉनीटरिंग सैल बनाया

चंडीगढ़। पटियाला में हिंसा की वारदात के बाद अफवाहों को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है। इसी के चलते प्रशासन ने सोशल मीडिया मॉनीटरिंग सैल बनाया है। जो लगातार सोशल मीडिया पर चल रहे कंटेट पर नजर बनाए रखेगा। इसमें पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी और पुलिस साइबर सैल को भी शामिल किया गया है।

इसके अलावा भड़काऊ पोस्ट के बारे में लोग ट्विटर, ई-मेल या वॉट्सऐप के द्वारा भी सूचना दे सकते हैं। पटियाला की जिला मजिस्ट्रेट साक्षी साहनी ने कहा कि लोग सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयानबाजी न करें। गलत पोस्ट और सनसनीखेज खबरों को आगे शेयर न करें। इसके बारे में सूचना हमें दें। जिले में अमन-कानून की स्थिति बनाए रखने के लिए इन पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म की निगरानी की जा रही है।

यहां दे सकते हैं सूचना

  • वॉट्सऐप के जरिए 9592912900 पर सूचना दे सकते हैं।
  • ई-मेल से smmcpta@gmail.com पर सूचना दे सकते हैं।
  • ट्विटर के जरिए @DCPatialaPb या @DPROPatiala पर ट्वीट या सीधे मैसेज (DM) कर सकते हैं।

अफवाह के कारण फैली थी हिंसा

पटियाला पुलिस का दावा है कि हिंसा फैलने के पीछे एक अफवाह ही मुख्य वजह बनी है। पुलिस ने शिवसेना और सिख संगठनों को विरोध प्रदर्शन न करने के लिए कहा था। तब किसी ने सिक्ख संगठनों को जाकर कह दिया कि शिवसेना वाले प्रदर्शन कर रहे हैं। यह देखने वह बाहर निकले तो उनकी फोटो-वीडियो शिवसेना वालों को दिखाया गया। जिसके बाद वे भी प्रदर्शन करने बाहर आ गए। इसी के चलते बाद में माहौल बिगड़ गया और जिसकी परिणाम हिंसा के रूप में सामने आया।

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