उपमुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने निकली आंगनबाड़ी वर्कर को पुलिस ने रोका

Anganwadi Worker Sachkahoon

25 जनवरी तक बढ़ाया धरना और प्ले स्कूल की ट्रेनिंग का किया बहिष्कार

  • मुख्यमंत्री के नाम सीटीएम को सौंपा ज्ञापन

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। अपनी मांगों को पिछले 41 दिनों से लघु सचिवालय में धरनारत आंगनबाड़ी वर्कर्स(Anganwadi Worker) एंव हैल्पर्स यूनियन की सदस्यों ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास का घेराव करने का कार्यक्रम बनाया। लेकिन जब यूनियन से जुड़ी महिलाएं बाबा भूमणशाह चौक पर पहुंची तो पुलिस ने बेरिकेडस लगा कर उन्हें वहीं रोक लिया और आगे नहीं जाने दिया। जिसपर वर्करों ने चौक के समीप बैठकर धरना लगा दिया और सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में वर्करों ने मांगों को लेकर सीटीएम अजय कुमार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। वहीं स्टेट कमेटी के आह्वान पर वर्करों ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्ले स्कूल को लेकर दी जाने वाली ट्रेनिंग का भी बहिष्कार कर दिया। वर्करों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी। प्ले स्कूल के लिए कोई भी वर्कर प्रशिक्षण नहीं लेगी।

एक घंटे दिया चौक पर धरना

लघु सचिवालय के सामने आंगनबाड़ी वर्कर(Anganwadi Worker) एवं हेल्पर यूनियन के बैनर तले सुबह दस बजे धरना शुरू किया। इसके बाद नारेबाजी करती हुई दोपहर डेढ़ बजे उपमुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने के लिए बाबा भूमणशाह चौक पर पहुंची। वर्करों ने उपमुख्यमंत्री के आवास की तरफ जाने का प्रयास भी किया। मगर भारी पुलिस बल तैनात व बेरिकेडस लगाकर वर्करों को रोक दिया गया। इस पर चौक के समीप ही वर्करों ने धरना शुरू कर दिया। चौक पर एक घंटे तक नारेबाजी करते हुए धरना दिया।

Anganwadi Worker sachkahoon

25 जनवरी तक दिया अल्टीमेटम

यूनियन की जिला प्रधान कृष्णा दहिया, उपप्रधान वीरो रानी, शरला देवी, जिला कार्यकारिणी सदस्य शुकंतला जागलान, जिला सचिव प्रमिला, उषा रानी, सरोज, माया ने कहा कि मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 25 जनवरी तक वर्करों ने मांगों को लेकर हड़ताल का अल्टीमेटम दिया हुआ है। विभाग के अधिकारी प्ले स्कूल के लिए ट्रेनिंग के लिए बाध्य किया जा रहा है। जब तक मांग पूरी नहीं होगी प्ले स्कूल के लिए कोई भी वर्कर टेनिंग नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि वर्करों की मांग सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।

जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन आंगनबाड़ी वर्करों(Anganwadi Worker) को 24 हजार रुपये व हेल्परों को 16 हजार रुपये दिया जाए। 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़कर की जाए। महंगाई भत्ते का बकाया एरियर भी तुरंत दिया जाए। विभाग द्वारा बिना मोबाइल फोन दिए व अन्य संसाधन दिए वर्कर्स पर आनलाइन का काम न करवाया जाए। उन्होंने कहा कि वर्करों की मांग आंगनबाड़ी वर्कर से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया बढ़ाया जाए।

मेडिकल अवकाश दिया जाए

उन्होंने कहा कि सभी वर्कर्स व हेल्पर्स को मेडिकल अवकाश दिया जाए। राज्य में आंदोलन के दौरान आंगनबाड़ी वर्करों(Anganwadi Worker) पर बने रोड जाम के मुकदमे निरस्त किए जाए। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहाकि वर्करों ने मांगों को लेकर जेल भरो आंदोलन के तहत बुधवार को अपनी गिरफ्तारी भी दे चुकी है। जब तक वर्करों की मांग पूरी नहीं होगी। वर्करों का आंदोलन जारी रहेगा। जिसको लेकर वर्करों ने रणनीति बना ली है।

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