शांति बहाली के लिए सड़क पर उतरे पुलिस आयुक्त | Police marches
नई दिल्ली (एजेंसी)। राजधानी में पिछले (Police marches in all sensitive areas of the capital) दिनों हुई हिंसा को देखते हुएपुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने खुद ही मोर्चा संभाला और शांति बहाली के प्रयास किये। पुलिस आयुक्त ने उत्तर-पूर्वी, दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी जिले समेत कई इलाकों को दौरा कर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से मुलाकात की और मिठाई खिलाकर होली की शुभकामनाएं दी।
दिल्ली पुलिस ने सुबह से ही पूरी चौकस दिखी | Delhi violence
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों और राजधानी के कई इलाकों में नागरिकता कानून के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुबह से ही पूरी चौकस दिखी। पुलिस के आला अधिकारी दल बल के साथ सभी जिलों में गश्त करती नजर आयी। राजधानी के सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने मार्च निकाला जबकि मुख्य सड़कों पर बैरिकेट लगाकर आने जाने वालों पर कड़ी नजर रख रही है।
- दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने कहा कि पुलिस आयुक्त ने कई इलाकों का दौरा किया।
- पुलिस आयुक्त ने हिंसा प्रभावित उत्तर पूर्वी जिले में अमन कमेटी के सदस्यों से भी मुलाकात की
- इलाके में शांति बहाली करने के लिए उनके प्रयासों की प्रशंसा की।
- लोगों पर नजर रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से 170 से अधिक ट्रैफिक पिकेट्स लगाये गये थे।
- साउथ कैम्पस में महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था।
- अधिकारियों ने दक्षिणी दिल्ली जिले के संवेदनशील इलाकों में पैदल मार्च निकाला ।
- पश्चिमी दिल्ली के मादीपुर तथा मोती नगर में भी पुलिस ने मार्च निकालकर शांति और भाईचारे का संदेश दिया।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने अफवाहें या नफरतपूर्ण संदेश फैलाने वालों को सावधान करते हुए कहा कि ऐसा करने वालों को पांच साल की सजा हो सकती है। दिल्ली पुलिस ने अपने संदेश में कहा कि फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया पर प्लेटफार्मों पर और मैसेजिंग एप्स पर नफरतपूर्ण या भड़काऊ संदेश वीडियो फैलाना और शेयर करना भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए, आईपीसी धारा 295 ए और आईपीसी धारा 505 के तहत एक दंडनीय अपराध है। दोषियों को जुमार्ना या पांच साल की कैद हो सकती है।