अंबाला छावनी में दूर होगी आवारा पशुओं की समस्या

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राहत की उम्मीद : नगर पषिद् तीसरी बार आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए दे रहा ठेका

अंबाला (सच कहूँ न्यूज)। अंबाला में बढ़ते आवारा पशुओं के आतंक से जहां एक ओर लोग परेशान हैं, तो वहीं नगर परिषद् द्वारा आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके लिए नगर परिषद द्वारा आवारा पशुओं को पकड़ने का ठेका दिया जा रहा है। लेकिन लोग इस ठेके में ज्यादा रूचि नहीं दिखा रहे हैं। पहले भी दो बार नगर परिषद द्वारा ठेके का टेंडर लगाया गया था। लेकिन किसी भी व्यक्ति ने यहां बोली ही नहीं लगाई।

अब नगर परिषद द्वारा तीसरी बार टेंडर लगाया गया है। नगर परिषद् के सेकेट्ररी राजेश कुमार, सेनिटिरी इंस्पेक्टर विनोद बेनीवाल ने बताया कि इस बार ठेका अवधि एक साल की होगी। ठेकेदार द्वारा पकड़े गए गोवंश को नगर परिषद अंबाला सदर द्वारा बनाई गई गौशाला में छोड़ना होगा। ठेकेदार द्वारा प्रति गोवंश पकड़ने के हिसाब से रेट टेंडर में देने होंगे। तथा उसे 25 हजार रुपए धरोहर राशि भी जमा करानी होगी। उन्होंने बताया कि इन पशुओं को गोशाला में छोड़ने के बाद प्रत्येक गोवंश पर टैगिंग करनी होगी। ठेकेदार द्वार प्रस्तुत बिल की अदायगी टैगिंग के आधार पर ही होगी। ठेकेदार के कर्मचारियों को सरकारी नियमों का पालन करते हुए आवारा पशुओं को पकड़ना होगा। पकड़े गए गोवंश को गौशाला में छोड़ने के बाद जो जुमार्ना राशि पशु मालिक द्वारा दी जाएगी, उसे गौशाला को देना होगा।

हादसों का बन रहे कारण

अंबाला में प्रत्येक वर्ष आवारा पशुओं के कारण अनेक लोग हादसों का शिकार होते हैं। आवारा पशु एक ओर जहां जाम का कारण बनते हैं तो वहीं दूसरी ओर इन पशुओं के कारण गंदगी के ढेर लग जाते हैं। जगह जगह रखे गए सरकारी डस्टबीनों पर आवारा पशु गंदगी में मुंह मारते रहते हैं। अभी हाल ही में आवारा पशुओं के कारण एक युवक हादसे का शिकार हो गया था। उसकी हालत इतनी गंभीर हो गई थी कि उसे अस्पताल में भर्ती तक कराना पड़ा था। बावजूद इसके नगर परिषद ने कोई कारवाई नहीं थी। लेकिन इस फैसले बाद उम्मीद जगी है कि जल्द ही आवारा पशुओं पर लगाम लगेगी।

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