भारत का पहला ई-टिंबर पोर्टल जारी

सीएम मान ने वन कृषि को बढ़ावा देने के लिए शुरू की नई पहल

  • लकड़ी की बिक्री और खरीद में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित कर किसानों को लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से उठाया कदम

लुधियाना/चंडीगढ़। (सच कहूँ/रघबीर सिंह) वन कृषि के द्वारा किसानों की आमदन में वृद्धि करके उनको लाभ पहुँचाने के लिए पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सोमवार को लुधियाना में भारत का पहला ई-टिंबर पोर्टल जारी किया। जानकारी देते हुए सीएम ने कहा कि देश में अपनी किस्म का यह पहला पोर्टल वन विभाग द्वारा विकसित किया गया है और यह लकड़ी की बिक्री और खरीद में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित बनाएगा, जिससे किसानों को फायदा होगा।

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उन्होंने कहा कि पहले राज्य में लकड़ी की खरीद-फरोख्त बड़े स्तर पर गैर-संगठित मंडियों के द्वारा की जाती थी, जिससे किसानों को इसका सही दाम नहीं मिल रहा था। मान ने कहा कि इस कारण किसान वन कृषि से दूर हो रहे थे। सीएम ने कहा कि वन कृषि किसानों की किस्मत बदलने के लिए अहम कड़ी के तौर पर काम कर सकती है, इसलिए राज्य सरकार इसको प्रोत्साहित करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है।

पोर्टल की मुख्य विशेषताओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह आॅनलाइन पोर्टल किसानों के लिए लाभप्रद सिद्ध होगा, क्योंकि वह अपनी पसंद की किसी भी जगह पर आॅनलाइन विधि के द्वारा लकड़ी बेच सकते हैं। सीएम मान ने कहा कि यह पोर्टल किसानों की उपज का लाभप्रद मूल्य सुनिश्चित बनाएगा, जिससे उनको वन कृषि की तरफ प्रोत्साहित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि लकड़ी की आॅनलाइन बिक्री और खरीद से किसानों के समय, पैसे और ऊर्जा की भी बचत होगी, जिससे उनको बहुत लाभ होगा। मान ने कहा कि यह पोर्टल किसानों को मौजूदा कृषि संकट से निकाल कर उनको आर्थिक तौर पर लाभ देगा। उन्होंने आगे कहा कि यह पोर्टल उद्योगों और किसानों के दरमियान सीधे संचार और आपसी तालमेल में भी मदद करेगा, जिससे दोनों सैक्टरों को बड़े स्तर पर फायदा पहुंचेगा।

पोर्टल किसान भाईचारे के लिए तरक्की और खुशहाली के खोलेगा नए रास्ते

सीएम ने कहा कि यह पोर्टल किसानों के कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए लकड़ी की बिक्री और खरीद में मुकम्मल पारदर्शिता को सुनिश्चित बनाने की तरफ एक और रचनात्मक कदम है। उन्होंने कहा कि यह एक क्रांतिकारी कदम है जो कि किसान भाईचारे की मुश्किलों को कम करेगा और उनको अपनी आमदन बढ़ाने में मदद करेगा। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि यह पोर्टल राज्य के किसान भाईचारे के लिए तरक्की और खुशहाली के नए रास्ते खोलेगा।

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