अनूपगढ़ को जिला बनाने, स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार तथा सड़कों के निर्माण का मुद्दा उठाया

Health Facilities in Anupgarh

अनूपगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। अनूपगढ विधायक सन्तोष बावरी ने अनूपगढ को जिला बनाने तथा विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। इस दौरान विधायक प्रतिनिधि प्रभूदयाल बावरी भी उपस्थित रहे। विधायक सन्तोष बावरी ने राज्यपाल को राज्य सरकार द्वारा गठित कमेटी में अनूपगढ को जिला बनाओ और अन्य मांगो का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे जाने की बात कही। विधायक सन्तोष बावरी ने राज्यपाल को अवगत कराते हुए कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र अनूपगढ को जिला बनाने के लिये जिला बनाओ संघर्ष समिति द्वारा 9 फरवरी 2012 से लगातार उपखण्ड कार्यालय अनूपगढ के सामने अनिश्चितकालीन धरना तथा संघर्ष लगातार जारी है।

अनूपगढ को जिला बनाने के लिये काफी लम्बे समय से मांग की जा रही है। अनूपगढ प्रशासनिक आवश्यकता के आधार और भौगोलिक दृष्टि से भी उपयुक्त है क्योकि अनूपगढ भारत – पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा का सीमावर्ती उपखण्ड है। अंतर्राष्ट्रीय सीमा से केवल 10 किमी की दूरी पर है। विधायक बावरी ने कहा कि अनूपगढ में प्रशासनिक दृष्टि से समस्त विभागों के कार्यालय स्थापित है। लेकिन जिले के कार्यों के लिए अनूपगढ विधानसभा क्षेत्र की उपतहसील 2 केएलडी (365 हैड) जिला मुख्यालय से 215 किमी. और अनूपगढ जिला मुख्यालय से लगभग 130 किमी की दुरी पर है।

विधायक बावरी ने बताया

प्रदेश में तत्कालीन सरकार द्वारा गठित परमेश कमेटी को भी अनूपगढ को जिला बनाने की अनुशंषा की गई थी। सरकार द्वारा प्रशासनिक समितियों का गठन भी हुआ लेकिन अभी तक क्रियान्वित नही हो पाई है। भौगोलिक दृष्टि से अनूपगढ को जिला बनाया जाना उचित है। विधायक बावरी ने बताया कि अनूपगढ को जिला बनाओं को लेकर विगत 25 जून को महापंचायत व 1 जुलाई को सभी संगठनों के सहयोग से धान मंडियां व बाजार बंद रहे तथा पिछले कई सालों से विभिन्न तरीकों से संघर्ष जारी है इसलिए जनहित की भावना को देखते हुए राज्य सरकार को अनूपगढ़ को जिला बनाये जाने की अभिशंषा भेजी जावें।

सिंगल रोड होने से परेशानी, सेना को आवागमन में होती समस्या

विधायक सन्तोष बावरी ने राज्यपाल को बताया कि अनूपगढ भारत – पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा का सीमावर्ती उपखण्ड है। इस क्षेत्र में सेना के जवानों को भी सिंगल सडके होने के कारण काफी वर्षो से समस्या का सामना करना पडता है। अनूपगढ से ग्राम पंचायत 27ए मुख्यालय होते हुए 32 ए कैलास पोस्ट तक डबल रोड बनवाई जावे जिसकी दूरी 15 किमी. और घडसाना नई मण्डी से 12 जीडी, 19 जीडी, 6 एसकेएम, रावला गांव होते हुए रावला खानूवाली मुख्य सडक तक डबल डामर सडक दूरी 34 किमी. है। यह सडक बीएसएफ की पोस्ट वर्षा, सखी, नेगीचन्द, इन्द्रजीत,खानूवाली, जगदेव व अशोक इत्यादि पोस्टों को लाभ मिलेगा।

उन्होंने रोष प्रकट करते हुए कहा कि अभी हाल ही में पुरानी मण्डी घडसाना से रावला मण्डी तक ग्रेफ द्वारा सडक आनन – फानन में बनाई गई है और ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण के कारण सडक टूट चुकी है जिसकी उच्चस्तरीय कमेटी बनाकर जांच करवाई जावें। अनूपगढ से केलाश पोस्ट व नई मण्डी घडसाना से सखी रावला गांव होते हुए रावला खानूवाली मुख्य सडक तक डामर की डबल सडक बनवाई जावें। यें सडके मेरे विधानसभा क्षेत्र के लिये लाईफलाईन का काम करने वाली है और बॉर्डर पर सेना के काम भी आने वाली है। मेरे क्षेत्र की उक्त सडको को, डामर डबल सडको को प्राथमिकता से निर्माण हेतु राज्य रारकार को निर्देश करें।

अनूपगढ व रावला सीएचसी की स्थिति दयनीय, चिकित्सकों के पद खाली : विधायक बावरी

विधायक सन्तोष बावरी ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र अनूपगढ में तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र है जिनमें अनूपगढ व रावला सीएचसी की रिथत्ति दयनीय है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अनूपगढ में चिकित्सकों के पद 13 स्वीकृत है और मात्र 3 चिकित्सक ही पदस्थापित है। राजस्थान सरकार के पूर्व तथा वर्तमान चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री से भी कई बार आग्रह किया है और सदन में भी इस मांग को उठाया और चिकित्सा मंत्री ने तो सदन में आश्वस्त भी किया लेकिन सीएचसी अनूपगढ में चिकित्सकों के पदस्थापन नही हुआ।

उन्होंने कहा कि अनूपगढ से भारत माला रोड एनएच 911 निकलती है। इन सडको पर काफी ट्रेफिक रहता है। और आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती है और अनूपगढ भारत – पाक सीमा पर स्थित उपखण्ड है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अनूपगढ नगरपालिका क्षेत्र व मुख्य केन्द्र होने के कारण आस – पास के गांवों, कस्बों के लोग भी इलाज के लिये आते है। लेकिन चिकित्सको के अभाव में काफी समस्या आ रही है। सीएचसी अनूपगढ का भवन भी जर्जर अवस्था में है राज्य सरकार से 15 करोड रुपएं मवन निर्माण के लिए मांग की है। जिससे बिल्डिंग बनाई जा सके।

राज्य सरकार से अनूपगढ में ट्रोमा सेंटर की मांग की थी

विधायक ने बताया कि राज्य सरकार से अनूपगढ में ट्रोमा सेंटर की मांग की थी लेकिन प्रतिउत्तर में दुरी को कारण माना। उन्होंने आदर्श सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अनूपगढ को जिला अस्पत्ताल की श्रेणी में क्रमोन्ननत किया जावें और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घडसाना को ट्रोमा सेंटर बनवाया जावें जिससे यहां की जनता को स्वास्थ्य लाभ मिल सके। विधायक ने बताया कि तत्कालीन सरकार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रावला मण्डी का बजट स्वीकृत होने के बावजूद भी आज तक बिल्डिंग का निर्माण पट्टे के अभाव मे नही हो पाया है।

कोरोना वेश्विक महामारी के समय मेरे द्वारा विधायक कोष से ऑक्सीजन प्लांट के 55 लाख रुपएं की अनुशंषा की व प्रशासनिक स्वीकृति मी जारी की गई लेकिन कागजी कार्यवाही में अटकाये रखा जिससे ऑक्सीजन प्लांट स्थापित नही हो पाया और अन्तत: कोरोना काल में ऑक्सीजन की बहुत कमी रही। उन्होंने सीएचसी अनूपगढ में चिकित्सकों का पदस्थापन, भवन निर्माण व अनूपगढ या घडसाना में ट्रोमा सेंटर और सीएचसी रावला को पट्टा दिलवाने हेतु राज्य सरकार को निर्देश प्रदान करें।

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