राजकुमार ने 55 की उम्र में 44वीं बार किया रक्तदान

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सच कहूँ/सुधीर अरोड़ा, अबोहर। बहुत कम लोगों के अंदर दूसरों के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा होता है। आर्थिक सहायता, रक्तदान (Donated Blood) और कुछ ऐसे नेक काम हैं जो समाज के बहुत से लोग कर सकते हैं। परन्तु बहुत कम लोग ही ऐसा कर पाते हैं। ओ नेगेटिव ब्लॅड ग्रुप वाले राजकुमार कटारिया इन्सां दशकों से रक्तदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह जरुरतमंदों की मदद के लिए डेरा सच्चा सौदा, सरसा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से निरंतर रक्तदान कर रहे है।

उन्होंने अभी 55 वर्ष की आयु में 44वीं बार रक्तदान किया है। बता दें कि राजकुमार का ब्लॅड ग्रुप ओ नेगेटिव है। जो कि बहुत कम लोगों का ब्लॅड ग्रुप होता है। इस वजह से वह कभी भी दिन-रात नजदीकी दूरी नहीं देख जरुरतमंदों की मदद करने से पीछे नहीं हटते। आज भी सिविल अस्पताल के ब्लॅड बैंक में जरुरतमंद के लिए रक्तदान (Donated Blood)  करते हुए राजकुमार कटारिया इन्सां ने कहा कि उन्हें ‘इन्सां’ होने का गर्व है।

इस पर ब्लॉक कमेटी अबोहर के सदस्यों गुरचरण सिंह गिल, राज सचदेवा, राकेश गोल्डी, राजकुमार इन्सां, भरतभूषण, प्रवीण गुम्बर, बलवंत, विक्की गांधी, सन्दीप आदि द्वारा भरपूर प्रशंसा जाहिर करते कहा कि ऐसे रक्तवीरों को जल्द सम्मानित किया जाएगा।

23 साल की उम्र में 21वीं बार किया रक्तदान

  • खूनदान करने में अलग रिकार्ड बनाने का निश्चित किया लक्ष्य : मनप्रीत इन्सांdonated blood sachkahoon

सुनाम उधम सिंह वाला (सच कहूँ/कर्म थिंद)। जहां कोई आज के समय में किसी की सार नहीं लेता परन्तु वहीं डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालू आए दिन मानवता भलाई के काम जैसे खूनदान, पौधारोपण, जरुरतमंदों को राशन मुहैया करवाना और अनेक मानवता भलाई के कार्य करके डेरा श्रद्धालुओं द्वारा समाज में अपनी अलग पहचान बनाई हुई है।

इसी कड़ी में आज डेरा श्रद्धालु मनप्रीत इन्सां पुत्र गुरजंट सिंह इन्सां निवासी गाँव सैरों ब्लॉक सुनाम ने एक यूनिट खूनदान  (Donated Blood) करके इंसानियत का फर्ज अदा किया। मनप्रीत इन्सां ने बातचीत करते हुए बताया कि वह डेरा सच्चा सौदा सरसा दरबार में पिछले तीन सालों से लंगर समिति में पक्की सेवा करता रहा है और वह पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पवित्र शिक्षाओं पर चलते हर तीन महीने बाद मानवता भलाई के लिए एमरजैंसी में जरुरतमन्दों के लिए खूनदान करता आ रहा है।

उन्होंने बताया कि उसने अपनी 23 सालों की उम्र में इस बार 21वीं बार खूनदान किया है और उसके साथी डेरा श्रद्धालू को किसी व्यक्ति का फोन आया था कि किसी मरीज को एमरजैंसी में (ए पॉजीटिव) ब्लॅड की जरुरत है तो वह शाह सतनाम जी स्पैशेलिटी हॉसपिटल सरसा में खूनदान करके आया है।

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