हर जुबां बोल रही, नशों से बचाने के लिए, धन्यवाद गुरु जी..

नशों को मिटाने में रामबाण का काम करेगी पूज्य गुरु जी की ‘डेप्थ’ मुहिम

मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि मुझे इस कार्यक्रम में आने का अवसर मिला। नशा घरों को तबाह कर रहा है। अगर इस पर समय रहते लगाम नहीं कसी गई तो भविष्य में इसके परिणाम काफी घातक होेंगे। पूज्य गुरु जी ने जो नशे के खिलाफ केंपेन चला रखा है वो अति सराहनीय है। इसके समाज में सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। इसके अलावा जो ऑर्गेनिक खेती व जल बचाने के बारे में पूज्य गुरु जी ने जो वचन किए हैं वो भी अति सराहनीय है। जल बचाना अति जरूरी है। जल बचेगा तो ही खेती अच्छी होगी। कम जगह से अच्छी पैदावार लेने बारे भी पूज्य गुरु जी ने जरूरी टिप्स दिए हुए हैं। मैं सभी से यही कहूंगा कि गुरु जी द्वारा जो भी मुहिम चलाई गई है उनका अनुसरण करते हुए समाज हित के कार्य करें।
– हीरालाल शर्मा, जिलाध्यक्ष (हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल)।

पूज्य गुरु जी ने जो नशे के खिलाफ मुहिम चला रखी है वो अति सराहनीय है। अगर युवाओं को सही मार्गदर्शन नहीं मिला तो पूरी युवा पीढ़ी ही खत्म हो जाएगी। मुझे एक बार मुंबई में भी पूज्य गुरु जी के पावन वचन सुनने का अवसर प्राप्त हुआ था। उस समय वहां सफाई महाभियान था। गुरु जी के प्रेरणाओं पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा के सेवादार पूरी शिद्दत के साथ हर एक लोक भलाई कार्य को अमलीजामा पहनाते हैं। इस कार्यक्रम में गुरु जी ने अनेक लोगों की बुराइयां छुड़वाई, जोकि अति सराहनीय है। मैं युवाओं से अपील करता हूँ कि नशे का त्याग कर परहित के कार्य करें।
-श्याम बजाज, सदस्य (भाजपा प्रदेश कार्य समिति)।

नशा आज एक बड़ी समस्या बन चुका है। इसके खिलाफ गुरु जी ने जो अभियान चला रखा है उसकी समाज में बेहद जरूरत है। युवा तो क्या बच्चे भी इस लत का शिकार होकर मौत का ग्रास बन रहे हैं। अगर समय रहते समाज में नशे के खिलाफ कोई अंकुश नहीं लगाया गया तो भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। मैं युवाओें से अपील करता हूं कि नशा कर खुद व परिवार का खात्मा न करें। हम खेतों में अंधाधुंध कीटनाशकों का प्रयोग कर मिट्टी को जहरीली बना रहे हैं। इसी मिट्टी से उत्पन्न अनाज को हम खाते हैं। इस जहर का असर समाज में हमारे सामने आ रहा है। मैं यही कहूंगा कि आॅर्गेनिक खेती की जरूरत है।
– संदीप मिढ़ा, युवा प्रधान (व्यापार मंंडल सरसा)

सबसे पहले तो मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे इस कार्यक्रम में आने का अवसर मिला। गुरु जी ने पंचायतों से जो नशे के खिलाफ सहयोग मांगा है। उसके लिए हम सब साथ हैं। हमने अपने गांव में पहले भी मुहिम चलाई थी और अब भी इस अभियान को और गति देंगे। अगर गांव में ठिकरी पहरा लगाना पड़ा तो लगाएंगे। नशे ने युवाओं के अलावा घरों को भी बर्बाद कर दिया है। जिन घरों से युवा नशे की लत में पड़कर मौत का ग्रास बन चुके हैं उन घरों की स्थिति क्या है इससे मैं भलीभांति परिचित हूं। गुरु जी जो आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से लोगों की बुराइयां छुड़वा रहे हैं वो काफी सराहनीय है।
                                                    -रणदीप सिंंह मट्टदादू, ग्राम सरपंच एवं जेजेपी प्रवक्ता (हलका डबवाली)।

पूज्य गुरु जी ने नशे के खिलाफ जो गीत रिलीज किया है वो अति सराहनीय है। आज युवाओं के अलावा छोटे बच्चे व महिलाएं भी नशे की गिरफत में आ चुकी हैं। सभी पंचायतों को ही नहीं बल्कि ग्रामीणों को भी नशे के खिलाफ एकजुट होना होगा। तभी ये नशे का दानव समाज से भागेगा। पूज्य गुरु जी क ी नशा विरोधी मुहिम का मैं जरूर अनुसरण करूंगा। आज इस कार्यक्रम में पहुंचकर मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं।
– हनुमान पूनियां, नंबरदार (गांव खेड़ी)।

पूज्य गुरु जी के कार्यक्रम में आने के बाद मुझे आत्मिक संतुष्टि का अहसास हुआ है। बहुत अच्छा कार्यक्रम देखने को मिला। गुरु जी द्वारा नशे व अन्य सामाजिक बुराइयों के खिलाफ चलाई मुहिम की समाज में जरूरत है। मैंने देखा कि बहुत से लोग नशा छोड़ने भी आए हैं। ये लोग उनके लिए उदाहरण हैं जो कहते हैं वे नशे की आदत को नहीं छोड़ सकते। अगर मन में कु छ प्रण कर लिया जाए तो असंभव कुछ नहीं है। इस कार्यक्रम से जहां समाज में प्रेम-भाईचारे का संदेश जाएगा तो वहीं बुराइयों के खिलाफ भी जागृति आएगी। मैं सभी से यही अपील करना चाहता हंू कि ऐसे कार्यक्रमों में शिरकत कर गुुरुजी के वचनों का अनुसरण करें।                                                                                                                    -लीलाधर सोनी, प्रधान (स्वर्णकार संघ सरसा)

वाकई नशा आज दानव का रूप धारण कर चुका है। इससे युवाओं को बचाना होगा। युवा ही खत्म हो गए तो समाज की क्या कल्पना की जा सकती है। मैंने पंचायती चुनावों में किसी को शराब या अन्य नशा नहीं दिया। मुझे लोगोें ने कहा भी था कि इस तरह चुनाव नहीं जीते जाते। लेकिन ग्रामीणोें ने मुझे फिर भी अपना आशीर्वाद दिया। नशे के खिलाफ गुरु जी ने जो मुहिम चला रखी है, उसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। मैं व मेरी पंचायत इस मुहिम का अनुसरण करेंगे।
-सुरेश पूनियां, सरपंच (गांव खेड़ी)

गुरु जी द्वारा चलाई गई इस मुहिम की मैं बेहद प्रशंसा करता हूं। आज समाज को ऐसे मार्गदर्शन की बहुत जरूरत है। गुरु जी सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठकर भी आॅनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से लोगों का नशा व अन्य बुराइयां छुड़वा रहे हैं। मैं तो ये कहता हूं कि ऐेसे कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिए। आज का युवा पथभ्रमित होकर नशे के पथ पर अग्रसर है। उसे वापस लाने का एक ही तरीका है उसे जागरूक करना। मैं और मेरी पंचायत युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
-संदीप कंबोज, सरपंच (गांव अहमदपुर)।

पूज्य गुरु जी ने जो आज हमें नशे व अन्य बुराइयों के खिलाफ जागरूक किया वो अति सराहनीय है। समाज को ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता है, क्योंकि युवा वर्ग नशे की दलदल में इस कदर धंसता जा रहा है कि उसे कोई रास्ता नजर ही नहीं आ रहा। ऐसे समय में पूज्य गुरु जी की ये मुुहिम बेहद कारगर साबित होगी। मैं सरपंच होने के नाते युवाओं से यही अपील करता हूं कि नशा त्यांगें और नशामुक्त समाज बनाने में सहयोग करें। मैं गांव में पूज्य गुरु जी की इस मुहिम को लागू करने की पूरी कोशिश करूंगा। हम गांव में नशे के खिलाफ जागरूकता कैंप लगवाते हुए जल बचाने के लिए भी जागरूक करेंगे।
-सुखविंदर सिंह चौहान, सरपंच (गांव बीरूवालागुढ़ा)।

मैं एक लोकगायक हूँ। अपने गीतों में मैंने नशे के खिलाफ लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक भी किया। मैं फिर भी सभी से यही अपील करता हूं कि ये मुहिम अकेली डेरा सच्चा सौदा की नहीं बल्कि हम सभी की है। पूज्य गुुरु जी जो समाज के लिए कर रहे हैं वो अति सराहनीय है। समाज अगर बुराइयों के खिलाफ जागरूक नहीं हुआ तो आने वाला समय कैसा होगा, ये सोचकर भी भय सा लगने लगा है। मैं गुरु जी का आभारी हूं जो पूरे समाज की चिंता करते हुए दूर बैठकर भी लोगों को आॅनलाइन जागरूक कर रहे हैं।
-प्रीतम सिंह शौंकी, लोकगायक (सरसा)।

समाज में जागरूकता लाने के लिए पूज्य गुरु जी का धन्यवाद

पूज्य गुरु जी के लाइव कार्यक्रम से समाज में जागरूकता जरूर आएगी। नशा आज एक बड़ी समस्या बन चुका है इसे तभी रोका जा सकता है जब ऐसे कार्यक्रम आयोजित हों। मैं तो ये कहूंगा कि ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर जरूर होते रहने चाहिए। समाज में जागरूकता लाने के लिए मैं पूज्य गुुरु जी का तेहदिल से आभारी हूं। साथ ही मैं सभी से ये अपील करता हूं कि नशा व अन्य सामाजिक बुराइयां छोड़कर समाज हित में कार्य करें। नशे से घर तबाह हो रहे हैं। अगर इसे समय रहते रोका नहीं गया तो परिणाम काफी घातक होंगे। गुरु जी की मुहिम अति सराहनीय है।
-जसकरण सिंह गिल, पूर्व सरपंच (गांव झोरड़रोही)।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।