अन्नदाता के बाद अब किसान होगा ऊर्जादाता: गडकरी

Hanumangarh News
सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (केन्द्रीय मंत्री)

केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 6 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और रेलवे क्रॉसिंग पर 7 पुलों का किया लोकार्पण और शिलान्यास

  • पक्कासारणा के शहीद ओमप्रकाश ज्याणी स्टेडियम में आयोजित हुआ कार्यक्रम

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। भारत सरकार के सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) सोमवार को हनुमानगढ़ आए। उन्होंने जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर श्रीगंगानगर मार्ग पर स्थित गांव पक्कासारणा के शहीद ओमप्रकाश ज्याणी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर 6 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और रेलवे क्रॉसिंग पर 7 पुलों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन सब कार्यांे पर 2050 करोड़ रुपए से अधिक की लागत प्रस्तावित है। खास बात यह कि गडकरी ने इन कार्यांे में शामिल सबसे महत्वपूर्ण परियोजना 321 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली हनुमानगढ़-कैंचियां (एनएच 54) सडक़ मार्ग के नवनिर्माण का शिलान्यास भी किया।

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महाराणा प्रताप को उनकी जयंती पर याद करते हुए अपने संबोधन की शुरूआत करने वाले केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि किसानों के लिए पानी बहुत आवश्यक है। वे 2004 से लगातार एक सपना लेकर संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने तय किया था कि गेहूं, चावल, मक्का सहित अन्य कृषि जिन्स तैयार कर किसान की तकदीर नहीं बदली जाती। अगर किसान की तकदीर बदलनी है तो उन्हें ऊर्जादाता बनाना होगा जो कि अब लगभग बन चुका है। गडकरी ने कहा कि किसान को अब ऊर्जादाता बनाया जाएगा। अन्नदाता के बाद अब किसान ऊर्जादाता होगा। अब एथोनोल से देश में गाडिय़ां चलेंगी। तेल भी सस्ता होगा और किसान को भी फायदा होगा।

गडकरी ने कहा कि उन्होंने पराली से बायो सीएनजी बनाया। उनके खुद के तीन ट्रैक्टर सीएनजी पर चलते हैं। एक ट्रैक्टर के पीछे एक लाख रुपए की बचत होती है। पंजाब-हरियाणा में 135 फैक्ट्री बायो सीएनजी और बायो एलएनजी की बनाने का कार्य चल रहा है। पूरे देश में 26 फैक्ट्री शुरू हो गई है। किसान ने सरसों, गेहूं, मक्का सहित अन्य फसलें तो उगाई हैं लेकिन जब तक वे ऊर्जादाता नहीं बनेंगे तब तक गांव सम्पन्न और समृद्ध नहीं होंगे। गडकरी ने कहा कि हमारे देश की 65 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है। महात्मा गांधी कहते थे कि हमारे देश की 80 प्रतिशत आबादी उस समय गांवों में रहती थी। लेकिन तीस प्रतिशत लोग गांव छोडक़र शहर की ओर क्यों गए। वे मजबूरी से गए।

क्योंकि गांव में जाने के लिए रोड नहीं। पीने के लिए पानी नहीं, अस्पताल, अच्छे स्कूल-कॉलेज नहीं। अब कुछ सुधार हो रहा है। लेकिन अब गांवों को स्मार्ट विलेज बनाना है। गांव को सुखी, सम्पन्न-समृद्ध बनाना यह हमारा सबका मकसद है। अमेरिका धनवान है इसके कारण अमेरिका के रास्ते अच्छे नहीं हुए। अमेरिका के रास्ते अच्छे हुए इसके कारण अमेरिका धनवान हुआ। हम राजस्थान के रास्ते 2024 समाप्त होने से पहले अमेरिका के बराबर बनाकर देंगे। फिर रास्ते के कारण राजस्थान भी सुखी, समृद्ध और सम्पन्न प्रदेश बनेगा। उन्होंने कहा कि गांव, गरीब और किसान का अगर कल्याण करना है तो हमें रोड अच्छे बनाने पड़ेंगे। हम गांव के मजदूर-गरीब, किसानों की गरीबी दूर करना चाहते हैं।

मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं। हिन्दुस्तान को शक्तिशाली बनाकर दुनिया की नम्बर एक की आर्थिक महाशक्ति बनाना चाहते हैं। गडकरी ने कहा कि उन्होंने अभी तक 50 लाख करोड़ रुपए के काम किए हैं। राजस्थान में भी हजारों करोड़ के काम हुए हैं। किसी कॉन्ट्रेक्टर को उनसे मिलने के लिए आने की जरूरत नहीं पड़ी। एक रुपया का क्रप्शन (भ्रष्टाचार) नहीं हुआ। हम ईमानदारी से देश के लिए काम कर रहे हैं। उनके लिए राष्ट्र सर्वाेपरि है। वे देश के लिए समर्पित हैं। अगर हम सत्ता में रहे तो सुशासन और विकास ही मिशन रहेगा।

देश के नए निर्माण की बात कर रही भारत सरकार | (Hanumangarh News)

चूरू सांसद राहुल कस्वां ने कहा कि 2014 में 10 किलोमीटर प्रतिदिन सडक़ बनाने का काम हो रहा था। आज हम 33 किलोमीटर तक पहुंच चुके हैं। 90 हजार किलोमीटर हाइवे से बढक़र अब 147 हजार किलोमीटर नेशनल हाइवे बन चुके हैं। ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट ऐसे इलाकों से निकल रहा है जहां आज तक रोड कनेक्टिविटी नहीं थी। भारत सरकार देश के नए निर्माण की बात कर रही है। कस्वां ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया। चूरू सांसद राहुल कस्वां ने चूरू सिटी बाइपास और सादुलपुर बाइपास निर्माण की मांग रखी।

इस पर गडकरी ने जल्द ही डीपीआर बनाकर यह काम करवाने की बात कही। श्रीगंगानगर सांसद निहालचन्द की मांग पर गडकरी ने गांव नगराना में अण्डरपास बनाने को मंजूरी दी। कालूसर से एटा के बीच 61 करोड़ रुपए की लागत से कट पॉइंट के साथ एंट्री और एक्जिट रैम्प बनाने की घोषणा भी गडकरी ने की।

यह रहे मंचासीन

कार्यक्रम में श्रीगंगानगर सांसद निहालचंद, चूरू सांसद राहुल कस्वां, झुंझुनू सांसद नरेंद्र खीचड़, पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप, भाजपा जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्नोई, पीलीबंगा विधायक धर्मंेद्र मोची, संगरिया विधायक गुरदीप शाहपीनी, सूरतगढ़ विधायक रामप्रताप कासनिया, नोखा विधायक बिहारी लाल बिश्नोई, पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां, नोहर के पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया, भादरा के पूर्व विधायक संजीव बेनीवाल, पीलीबंगा की पूर्व विधायक द्रोपती मेघवाल, नगर परिषद के पूर्व सभापति राजकुमार हिसारिया आदि मंचासीन रहे।

चाक-चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था | (Hanumangarh News)

उधर, केन्द्रीय मंत्री गडकरी की सुरक्षा को लेकर सभास्थल पर चाक-चौबंद व्यवस्था रही। जेड प्लस सिक्योरिटी प्राप्त केन्द्रीय मंत्री का सभा स्थल से करीब 1.2 किलोमीटर दूर हेलीपैड बनाया गया। निर्धारित कार्यक्रम से करीब एक घंटे की देरी से दोपहर करीब साढ़े 12 बजे केन्द्रीय मंत्री गडकरी का हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर उतरा। हेलीपैड से सभास्थल तक की दूरी उन्होंने सडक़ मार्ग से तय की। मंच पर पहुंचने पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व भाजपा नेताओं की ओर से केन्द्रीय मंत्री को फूलों की बड़ी माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया।

एक दर्जन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने करीब एक दर्जन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। उन्होंने सात आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) का शिलान्यास किया। यह सभी परियोजनाएं 2050 करोड़ रुपए की हैं। कार्यक्रम में गडकरी ने बीकानेर-सूरतगढ़ नेशनल हाइवे (502 करोड़), नागौर-बीकानेर नेशनल हाइवे (370 करोड़), फतेहपुर-झुंझुनूं नेशनल हाइवे (116 करोड़) का लोकार्पण किया गया।

इसके अलावा हनुमानगढ़-कैंचियां नेशनल हाइवे, फतेहपुर बाइपास, मंडावा बाइपास, झुंझुनूं बाइपास, राजगढ़ बाइपास और पिलानी बाइपास का शिलान्यास किया। इसके अलवा सेतुबंध परियोजना के तहत सात आरओबी का शिलान्यास हुआ। इसके तहत बीकानेर, चूरू, परिहारा, मेड़ता रोड़, नीम का थाना, सूरतगढ़ और सादुलपुर में आरओबी बनेंगे।

पक्कासारणा और गोलूवाला में बनेगा बाइपास

हनुमानगढ़-कैंचियां नेशनल हाइवे 50 किलोमीटर लंबा निर्मित होगा। नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट के तहत यह बारह मीटर चौड़ा बनेगा। इसके तहत दस मीटर की डामर रोड बनेगी और दोनों तरफ एक-एक मीटर के हार्ड शोल्डर बनेंगे। इसके मध्य और सडक़ के दोनों तरफ व्हाइट लाइनिंग होगी। इस कार्य पर सवा तीन सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। परियोजना के तहत हनुमानगढ़ जंक्शन में बाइपास पर दो आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) बनेंगे। एक आरओबी इंडस्ट्री एरिया में रिको फेज द्वितीय में हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर रेल खंड पर बनेगा और दूसरा आरओबी हनुमानगढ़-बठिंडा रेल खंड पर गांव नवां के पास बनेगा। परियोजना के तहत हनुमानगढ़-कैंचियां मार्ग पर पक्कासारणा और गोलूवाला में बाइपास बनेगा।