बेअदबी मामले में खुल न जाये पुलिस की पोल तो जेल में करवा दी महेन्द्र पाल बिट्टू की हत्या

Mohinder Pal Bittu

पंजाब पुलिस पर नहीं विश्वास, सीबीआई से करवाई जाये हत्या की जांच

  • महेन्द्र पाल बिट्टू की पत्नी संतोष कुमारी पहुंची हाईकोर्ट
  • सीबीआई से की जांच की मांग

चंडीगढ़(सच कहूँ/अशवनी चावला)।बेअदबी मामले में झूठा फंसाने के बाद कहीं पुलिस की पोल न खुल जाये, इसलिए जेल में ही महेन्द्र पाल बिट्टू की हत्या पंजाब पुलिस के अधिकारियों द्वारा करवा दी गई। इसलिए महेन्द्र पाल बिट्टू के हत्या मामले की जांच पंजाब पुलिस की जगह पर सीबीआई से करवाई जाए। इस मांग को लेकर स्व. महेन्द्र पाल बिट्टू की धर्म पत्नी संतोष कुमारी पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गई हैं। संतोष कुमारी की ओर से डाली गई पटीशन में कहा गया है कि महेन्द्रपाल बिट्टू कभी भी बेअदबी के बारे में सोच भी नहीं सकता था, जबकि उसे इसी आरोप में पकड़ कर पंजाब पुलिस की स्पैशल जांच टीम ने बेहद कष्ट दिए थे। याचिका में लिखा है कि महेन्द्र पाल बिट्टू की ओर से जेल अंदर डायरी लिखी जाती थी, जो कि उसके कपड़ों के साथ उनके पास 2 साल पहले पहुंची थी, जिसमें महेन्द्र पाल बिट्टू ने पंजाब पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और पूरे मामले के बारे में गहराई से जानकारी भी दी है।
 महेन्द्र पाल बिट्टू की तरफ से लिखी गई 32 पेज की डायरी में यह लिखा गया है कि उसे झूठे केस में फंसाने के साथ ही उससे धक्के से 164 के बयान भी लिए गए थे। इस संबंधी आईजी स्तर के अधिकारी की ओर से काफी ज्यादा धक्केशाही करने के आरोप लगाए गए हैं। महेन्द्र पाल बिट्टू को नाभा जेल में मरवाने के बारे में पहले ही उसे बता दिया गया था कि उसको नाभा जेल में मरवाया भी जा सकता है।

संतोष कुमारी ने अपनी पटीशन में आरोप लगाया है कि महेन्द्र पाल बिट्टू की हत्या होने के बाद यह डायरी डिप्टी कमिशनर के द्वारा उन्होंने जांच टीम के पास भेजी थी, जिससे हत्या मामले की जांच में सब कुछ बाहर आ सके परन्तु पिछले 2 सालों दौरान इस मामले में कुछ भी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि महेन्द्र पाल बिट्टू को इस कारण से ही मरवाया गया था कि वह जल्द ही जेल में से जमानत पर बाहर आ जाएगा और पंजाब पुलिस की सारी पोल वह खोल देगा। इसलिए पुलिस ने अपनी पोल खुलने के डर से ही महेन्द्र पाल बिट्टू को मरवाया गया है। इससे पहले भी इस तरह के 4-5 मामले सामने आ चुके हैं। इसलिए हत्या मामले की जांच पंजाब पुलिस की जगह पर सीबीआई से करवाई जाये। पटीशन के साथ ही महेन्द्र पाल बिट्टू की 32 पेज की डायरी भी हाईकोर्ट में डाली गई पटीशन के साथ लगाई गई है।

 

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