संगरिया के सेवादारों ने मानसिक रूप से परेशान लापता महिला को अपनों से मिलाया

Sangria's servitors sachkahoon

15 दिन से लापता थी महिला रेनू कुमारी

  • परिजनों ने साध-संगत व पूज्य गुरु जी का जताया आभार

संगरिया (सच कहूँ/सुरेन्द्र जग्गा)। मनुष्य का एक ही कर्म व धर्म है और वो है मानवता। मानवता की सेवा ही सच्चे अर्थों में ईश्वर की सेवा है। इसलिए मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करना ही सच्ची इन्सानियत है। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की इन्हीं पावन प्रेरणाओं का अनुसरण करते हुए मंदबुद्धि व्यक्तियों की देखभाल की सेवा के लिए विख्यात ब्लॉक संगरिया के सेवादारों ने लावारिस हालत में मिली महिला को शाह सतनाम जी धाम, सरसा में उसके परिजनों के सुपुर्द किया।

इस संबंधी जानकारी देते हुए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार लालचंद इन्सां ने बताया कि गांव नाथवाना के सेवादार राकेश इन्सां को करीब तीन दिन पहले एक 30-35 वर्षीय महिला मानसिक परेशानी की हालत में मिली। महिला को अपना नाम तक याद नहीं था। लावारिस हालत में मिली महिला के बारे में राकेश इन्सां ने शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार लालचंद इन्सां को बताया तो लालचंद इन्सां व सेवादार ट्विंकल इन्सां ने मौके पर पहुंचकर महिला से उसके परिवार के बारे में जानने की कोशिश की। लेकिन वह कुछ भी बताने में असमर्थ थी। ऐसे में सेवादार सुरेंद्र जग्गा इन्सां व पत्रकार अमरनाथ पेंटर के सहयोग से महिला को पुलिस थाने में लाया गया और उसकी जानकारी पुलिस को दी गई।

तत्पश्चात लाल चंद इन्सां उस महिला को अपने घर लेकर आए और सेवादार बहनों ने संभाला। पहले उसे नहलाया, कपड़े बदले और फिर उसे विशेषज्ञ डाक्टर से उसका उपचार करवाया गया। हालत में कुछ सुधार होने के बाद उसने धीरे-धीरे अपने बारे में बताना शुरू किया। घर की सेवादार बहनों ने उससे सिमरन करके लंगर खिलाना शुरू किया तो उसकी याददाश्त लौट आई और उसने अपने घर का मोबाइल नंबर लिख दिया। मालिक का प्रत्यक्ष करिश्मा देखकर सभी दंग रह गए। जो महिला 2 दिन पूर्व अपना नाम तक नहीं बता रही थी, वह सब कुछ बताने लग गई। यहां तक कि उसने अपने घर का मोबाइल नंबर भी बता दिया।

उसके परिजनों से संपर्क किया और उसके परिवार का पता मिल गया। इस प्रकार उसकी पहचान रेनू पत्नी कृष्ण पाल निवासी करनपुर मिलक तहसील बाहरी, जिला बरेली (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई। महिला के परिजनों का पता मालूम होने पर उसके परिजन लगभग 750 किलोमीटर दूर बरेली से गुमशुदा बहन को लेने संगरिया पहुंचे तो पुलिस थाना में पुलिस की मौजूदगी में महिला को उनके सुपुर्द किया गया और उसके बाद सेवादार भाई उसे डेरा सच्चा सौदा, सरसा में लेकर गए और प्रसाद दिलवाने के बाद उन्हें अपने गांव रवाना किया।

महिला के परिवार वालों ने बताया कि वह करीब 15 दिन पहले घर से कहीं चली गई थी। जिस पर वे उसे काफी समय से ढूंढ रहे थे। वहां के पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई है। अखबारों में भी समाचार दिया, लेकिन कहीं भी कोई पता नहीं चला था। रेनू के मिलने पर उन्होंने कहा कि हम अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकते। इसके साथ ही उन्होंने डेरा सच्चा सौदा के संगरियां ब्लॉक के सेवादारों और पूज्य गुरु जी का तहेदिल से धन्यवाद किया। इस सेवा कार्य में मुख्य रूप से शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार लालचंद इन्सां, ट्विंकल इन्सां, महेश गोयल इन्सां, नींदी सोनी इन्सां, सुरेंद्र जग्गा इन्सां, प्रेम ग्रोवर इन्सां, छोटूराम इन्सां, समाजसेवी अमरनाथ पेंटर व ब्लॉक भंगीदास कृष्ण सोनी इन्सां का सहयोग रहा।

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