सूरक्षा चूक मामला: जहां पीएम का काफिला रूका था वहीं तलब किए गए पंजाब के आला अफसर

फिरोजपुर (सच कहूँ न्यूज)। पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में शुक्रवार को गृहमंत्रालय द्वारा नियुक्त की गई टीम फिरोजपुर पहुंची। टीम ने उा स्थान पर भी गई, जहां प्रधानमंत्री मोदी का काफिला 15-20 मिनट तक रूका था। इसी जगह पर टीम ने फिरोजपुर एसएसपी और डीआईजी को पूछताछ के लिए बुलाया गया। टीम ने डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को भी तलब किया गया। उनसे बीएसएफ कैंप में पूछताछ की गई। गृहमंत्रालय की कमेटी में कैबिनेट सेक्रेटिएट में सुरक्ष सचिव सुधीर कुमार को प्रमुख बनाया गया है। कमेटी में आईबी के जॉइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह और एसपीजी के आईजी एस सुरेश शामिल है। आपको बता दें कि इस मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने 10 जनवरी तक सभी जांच कमेटियों पर रोक लगा दी गई है।

प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ खिलवाड़

राजघाट पर भी भाजपा महासचिव और पंजाब के प्रभारी दुष्यंत गौतम, भाजपा दिल्ली के अध्यक्ष आदेश गुप्ता और सांसद हर्षवर्धन समेत कई नेताओं ने मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की निंदा की और कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन किया। गौतम ने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस हमेशा अलगाववादियों और पाकिस्तान समर्थकों के साथ खड़ी रहती है ऐसा कांग्रेस के बड़े नेताओं के बयान से समय-समय पर जाहिर हुआ है।

कांग्रेस की पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का षड्यंत्र रचा। उन्होंने कहा कि पंजाब में भाजपा को अपार जनसमर्थन मिल रहा है और पार्टी का जनाधार बढ़ रहा है। कांग्रेस को राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में हार का भय सता रहा है इसलिए वह ओछी हरकतों पर उतर आयी है। भाजपा ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ हुई चूक की घटना को लेकर कांग्रेस के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने की रणनीति तैयार कर ली है।

चन्नी और रंधावा कायरों की तरह व्यवहार कर रहे हैं: अमरिंदर

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा की अपनी जिम्मेदारी से कायरों की तरह भागने को लेकर निंदा की है। कैप्टन ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरिंदर सिंह खेड़की को पार्टी में शामिल करने के बाद एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर भारी चूक हुई थी और मुख्यमंत्री तथा उप मुख्यमंत्री को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि असली नेता ही जिम्मेदारी लेते हैं न कि वह दूसरों के सिर ठीकरा फोड़ते हैं। उन्होंने चन्नी और रंधावा पर निशाना साधते हुये कहा कि कि यह नेतृत्व नहीं, बल्कि कायरता की निशानी है जो गत बुधवार को प्रधानमंत्री के फिरोजपुर दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई बड़ी चूक के लिए दूसरों पर आरोप मढ़ रहे हैं।

उन्होंने प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत रूप से बठिंडा एयरपोर्ट पर स्वागत न करने को लेकर भी चन्नी की आलोचना की। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे सड़कों और रेल लाईनों पर जाम लगाना बंद कर दें बल्कि उन्हें अपने और पंजाब के हितों पर ध्यान देना चाहिए और वह बीते समय की तरह उन्हें समर्थन देंगे। उन्होंने जोर दिया कि उन्होंने टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर धरना देने के दौरान किसानों का समर्थन किया था और सिर्फ इतना ही नहीं प्रदर्शन के दौरान मरने वाले किसानों के प्रति परिवार 5-5 लाख रुपये का मुआवजा और एक-एक सरकारी नौकरी भी दी थी।

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