उपहार ने जिला टॉपर बन शाह सतनाम जी गर्ल्स स्कूल को बनाया सिरमौर

Shah Satnam Ji Girls School

श्री गुरुसर मोडिया (सच कहूँ न्यूज)। सीबीएसई द्वारा बीते दिवस घोषित किए गए 10वीं और 12वीं के नतीजे में शाह सतनाम जी गर्ल्स स्कूल श्री गुरुसर मोडिया जिला स्तर पर शिरमोर बना है। विद्यालय की छात्रा उपहार ने जिला टॉप कर विद्यालय के जिला स्तर पर प्रथम रहने की छवि को बरकरार रखा है। विद्यालय में आज जिला स्तर पर प्रथम रही उपहार पुनिया के साथ-सथ अन्य मेरिट होल्डर विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। समारोह में विद्यालय प्रबंधन अध्यापकों के साथ-साथ छात्राओं के परिजन उपस्थित थे।

विद्यालय प्रशासिका नवजोत इन्सां ने बताया कि सीबीएसई द्वारा घोषित किए गए परीक्षा परिणाम में उपहार पूनिया पुत्र राकेश पूनिया ने गणित, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, भूगोल व अंग्रेजी साहित्य के साथ 98. 2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर श्रीगंगानगर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि विज्ञान वर्ग में युविका पुत्री आशू कुमार ने 94 प्रतिशत व कॉमर्स वर्ग में दीक्षा पुत्री लक्ष्मी नारायण ने 91.4% अंक प्राप्त कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

सुश्री इन्सां ने बताया कि विद्यालय के कुल 52 विद्यार्थियों में से 19 ने 90% से अधिक अंक प्राप्त करते हुए कुल 48 विद्यार्थियों ने मेरिट हासिल करते हुए शत-प्रतिशत परिणाम दिया है। उन्होंने बताया कि छात्रा गौरी बिश्नोई ने 97.2, बेअंत कौर ने 96.2, दीपिका सहारण ने 95.8, नंदिनी पुत्री सुरेंद्र कुमार ने 95.6,ष आरजू पुत्री करणीदान ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं।

प्रधानाचार्य शालू इन्सां ने बताया कि सीबीएसई द्वारा घोषित किए गए दसवीं के परीक्षा परिणाम में गुरपवित कौर पुत्री सुखर्थ सिंह ने 95.4% अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। छात्रा हरसिमरन कौर ने 94.6 वह वर्षा ने 92. 4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। विमल इन्सां ने बताया कि विद्यालय के कुल 53 विद्यार्थियों में से 6 विद्यार्थियों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त कर कुल 27 मेरिट स्थानों पर कब्जा कर करते हुए शत-प्रतिशत परिणाम दिया है। विद्यालय प्रबंधन कमेटी के चरणजीत सिंह इन्सां, दान सिंह इन्सां, प्रशासिका नवजोत इन्सां ने छात्रा विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।

सिविल सेवा में जाना मेरा लक्ष्य

छात्रा उपहार पूनिया ने बताया कि उसका प्रथम लक्ष्य है सिविल सेवा में जाना। विद्यालय शिक्षा के दौरान ही गुरुजनों ने उसे इस कदर तराशा है कि कि उसे पूर्ण विश्वास है कि वह अपना लक्ष्य पूरा कर लेगी। रोजाना अध्ययन के अलावा 4-5 घंटे तक पढ़ाई करने वाली उपहार ने भगवान के साथ-साथ अपने परिजनों को सफलता का श्रेय दिया है। उपहार ने कहा कि आॅनलाइन शिक्षा के चलते मोबाइल से दूर तो नहीं रह पाई लेकिन उसका लक्ष्य उसके गुण को हासिल करना रहा यही कारण रहा कि आज सफलता उसके पास है।

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